राहुल गांधी आज भी मंदिर जाएंगे और रैलियों को संबोधित करेंगे जबकि अमित शाह बीजेपी कार्यकर्ताओं और अधिकारियों से मुलाकात करेंगे.
गांधीनगर. गुजरात चुनाव 2017: गुजरात नवसृजन यात्रा के तहत गुजरात का अपना अंतिम और चौथा चुनावी दौरा कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया है. केंद्र सरकार की ओर से एक दिन पहले ही जीएसटी की दरों में सुधार पर राहुल ने कहा कि गुजरात की जनता ने केंद्र सरकार को झुका दिया. कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है. राहुल गांधी आज भी मंदिर जाएंगे और रैलियों को संबोधित करेंगे जबकि अमित शाह बीजेपी कार्यकर्ताओं और अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. रविवार का दिन इसलिए भी खास है कि राहुल गांधी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह दोनों ही आज बनासकांठा में होंगे. वहीं कई चीजों पर जीएसटी दरें कम करने के केंद्र के फैसले का श्रेय लेने का प्रयास करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जब तक 5 स्लैब का ‘गब्बर सिंह टैक्स’ 18 प्रतिशत सीमा के साथ ‘वस्तु एवं सेवा कर’ में नहीं बदलता तब तक वह आराम से नहीं बैठेंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि जनता और छोटे व्यवसायियों के साथ कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जीएसटी को लेकर दबाव बनाया था. सरकार से कहा था कि जीएसटी केवल एक टैक्स और अधिकतम 18 प्रतिशत की सीमा में होना चाहिए. राहुल गांधी ने खुशी जाहिर की है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कई जरूरी चीजों को 28 से 18 प्रतिशत के दायरे में डाल दिया है. बता दें कि गुजरात में भाजपा दो दशक से अधिक समय से सत्ता में है और कांग्रेस उसे सत्ता से बेदखल करने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस नेताओं और खासतौर पर राहुल ने चुनाव प्रचार में जीएसटी और नोटबंदी को अहम मुद्दा बनाया है.
अपनी यात्रा के पहले दिन राहुल ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी को भी आ़़डे हाथ लिया है. रुपानी की कंपनी के जरिए शेयर खरीद-फरोख्त के मामले को लेकर राहुल ने सेबी के नोटिस का हवाला देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने बेईमानी की, जिससे उनकी कंपनी पर जुर्माना लगा. इस पर राहुल बोले कि गुजरात में सामान्य लोगों को सरकार दबा रही है. शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा का व्यापारीकरण हो गया. 22 साल से लोगों को उद्योगपतियों की सरकार की आदत प़़ड गई लेकिन अब कांग्रेस जनता की सरकार बनाकर दिखाएगी.
गुजरात चुनाव 2017: गांधीनगर पहुंचे राहुल गांधी, बोले- देश को एक टैक्स चाहिए, अलग-अलग नहीं