गुजरात की जनता ने 2017 के विधानसभा चुनाव नतीजों से एक बार फिर तमाम समाचार चैनलों और सर्वेक्षण एजेंसियों के एग्जिट पोल पर सवाल खड़ा कर दिया है. गुजरात में बीजेपी को 99 और कांग्रेस को 80 सीटें मिली हैं जो अनुमान किसी एग्जिट पोल में नहीं था. तमाम एग्जिट पोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के गृह राज्य में भाजपा को 105 से ज्यादा सीटें दे रखी थीं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का जादू भले गुजरात में नहीं चला हो पर उन्होंने पार्टी की सीटें 61 से बढ़ाकर 80 कर दी हैं जो 2019 के लोकसभा चुनाव के हिसाब से बीजेपी और मोदी के लिए खतरे की घंटी है.
गांधीनगर. गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में भारतीय जनता पार्टी को तमाम एग्जिट पोल ने 105 प्लस सीटें दे रखी थीं. गुजरात के तमाम एग्जिट पोल का एवरेज बीजेपी के लिए 116 सीट का बना था जिसमें सबसे ज्यादा 135 सीटें न्यूज 24 चाणक्या के एग्जिट पोल में दी गई थीं. जनादेश आ चुका है और बीजेपी गुजरात में 2012 के 115 सीटों से 16 सीटें नीचे 99 सीट पर रुक रही है. 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 92 विधायकों की ही जरूरत थी जिससे बीजेपी के पास 7 ज्यादा विधायक हैं लेकिन गुजरात के नतीजों से ये साफ हो गया है कि EXIT Poll के अनुमानों को जनता ने नकार दिया, बेकार कर दिया भले ही बीजेपी को हारने न देकर फिर से सरकार बनाने का चांस दे दिया.
सीएम विजय रुपाणी की अगुवाई में 99 विधायकों के साथ बीजेपी लगातार छठी बार गुजरात की सत्ता पर काबिज होने जा रही है. बीजेपी को 99 सीटों के अलावा कांग्रेस को 80 और अन्य को 3 सीटें मिल रही हैं. किसी भी एग्जिट पोल में कांग्रेस को इतना मजबूत नहीं दिखाया गया था. तमाम एग्जिट पोल का एवरेज कांग्रेस के लिए 65 सीटों का बन रहा था. कांग्रेस ने उस अनुमान से 15 ज्यादा सीटें जीती हैं. कांग्रेस सरकार बनाने में भले नाकाम रही पर उसकी सीटें गुजरात में 61 से बढ़कर 80 तक पहुंच गई हैं. 19 सीटों के बढ़ने का असर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कमेंट में भी दिखा जब उन्होंने कहा कि गुजरात में प्रदर्शन से वो संतुष्ट हैं, निराश नहीं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए नरेंद्र मोदी और अमित शाह के घर में पार्टी की सीटें बढ़ा लेना जाहिर तौर पर एक संतोषजनक बात होगी इसलिए उनकी पार्टी के नेता कमलनाथ ने कहा कि ये राहुल युग की शुरुआत है क्योंकि पार्टी ने गुजरात में सीटें बढ़ाई हैं.
14 दिसंबर को दूसरे और आखिरी चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद तमाम समाचार चैनलों और चुनाव सर्वेक्षण एजेंसियों के एग्जिट पोल आए थे. सोमवार के रिजल्ट से इन एग्जिट पोल की मिलान शुरू हुई तो ज्यादातर के दावे गलत साबित हुए. सिर्फ इंडिया टुडे- एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल का अनुमान आंकड़ों के आस-पास रहा. तमाम एग्जिट पोल बीजेपी की भारी बढ़त दिखा रहे थे.
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में दावा किया गया था कि गुजरात में भाजपा फिर से सरकार बनाएगी और उसे 99 से 113 सीटों के बीच में सीटें आएंगी. कांग्रेस को इस एग्जिट पोल में 68 से 82 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था. इंडिया टुडे- एक्सिस माई इंडिया के इस पोल से अगर दोनों पार्टियों के लिए एक-एक नंबर पकड़ना हो तो वो नंबर बीजेपी के लिए 106 और कांग्रेस के लिए 75 आती है.
इस लिहाज से इंडिया टुडे और एक्सिस माई इंडिया का पोल भी फेल हो गया लेकिन अगर इनके लंबे-चौड़े 14 सीटों के रेंज में फंस जाएं तो बीजेपी के लिए उनके रेंज की शुरुआत 99 से हुई थी जो बीजेपी को मिली सीटों की असल संख्या निकली. वहीं कांग्रेस के लिए जो आखिरी रेंज 82 सीटों का था उससे वो दो सीट नीचे 80 पर पहुंचकर रुक गई.
न्यूज 24- चाणक्य EXIT POLL का हवा-हवाई अनुमान धड़ाम से गिरा
न्यूज24- टुडेज चाणक्य EXIT POLL का अनुमान था कि गुजरात में बीजेपी को 135 सीटें मिलेंगी जबकि राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस बुरी तरह हारेगी. इस एग्जिट पोल में कांग्रेस को मात्र 47 सीटों का अनुमान जताया गया था. वहीं 3 सीटें अन्य के खाते में जाने का अनुमान था.
वोट प्रतिशत के हिसाब से न्यूज 24- चाणक्य EXIT POLL में दावा किया गया था कि बीजेपी को 49 प्रतिशत वोट मिलेंगे जबकि कांग्रेस को 38 प्रतिशत का अनुमान है. सीटों का हाल ये है कि बीजेपी 99 और कांग्रेस 80 है. वोट शेयर का हाल ये है कि बीजेपी 49.1 परसेंट के आस-पास है तो कांग्रेस 41.4 परसेंट के. इस तरह न्यूज 24 और चाणक्या का एग्जिट पोल जनता ने फेल कर दिया.
Times Now- इंडिया टीवी- VMR भी नहीं भांप पाया जनता का रुझान
Times Now- इंडिया टीवी- VMR (Voters Mood Research) के एग्जिट पोल नतीजे भी असल नतीजों के आस-पास नहीं फटकते. Times Now- इंडिया टीवी- VMR के एग्जिट पोल का अनुमान था कि गुजरात में भाजपा को 104 से 114 सीटें मिलेंगी जबकि कांग्रेस को 65 से 75 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के हिस्से में 4 सीटें दी गई थी.
एक नंबर पकड़ें तो बीजेपी 109 और कांग्रेस 70 लेकिन जनता ने बीजेपी को इस एग्जिट पोल के अनुमान से 10 कम और कांग्रेस को 10 ज्यादा सीटें देकर इनको भी फेल कर दिया.
Republic- C-Voter और एबीपी- सीएसडीएस- लोकनीति एग्जिट पोल भी फेल
रिपब्लिक सी- वोटर एग्जिट पोल के दावे भी जनता के मूड को भांपने में नाकाम रहे. सी- वोटर रिपब्लिक एग्जिट पोल का अनुमान था कि गुजरात में बीजेपी को 111, कांग्रेस को 71 जबकि अन्य को 0 सीटें मिलेंगी. असल नतीजा में बीजेपी इनके अनुमान से 12 सीटें कम, कांग्रेस 9 सीटें ज्यादा और अन्य 3 सीटें ज्यादा हैं.
एबीपी- सीएसडीएस- लोकनीति एग्जिट पोल का अनुमान था कि गुजरात में भाजपा को 117, कांग्रेस को 64 और अन्य को 1 सीट मिलेंगी. असल नतीजे में बीजेपी को 18 कम, कांग्रेस को 16 ज्यादा और अन्य को 2 ज्यादा सीटें मिलीं. इस तरह गुजरात की जनता ने इन दोनों एग्जिट पोल को भी बता दिया कि वोटर का मूड मापने की चीज नहीं है.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब एग्जिट पोल गलत साबित हुए हों. हाल में ही 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी एग्जिट पोल की पोल खुल गई थी. वहां नतीजे बीजेपी के पक्ष में बताए जा रहे थे और शुरुआती रूझान में ज्यादा सीटें देखकर बीजेपी दफ्तर में पटाखे छोड़े जा चुके थे, मिठाइयां बंटने लगी थीं तभी रूझान ने पलटी मारी और बिहार में नीतीश कुमार और लालू यादव के साथ कांग्रेस की महागठबंधन सरकार का रास्ता खुला. बिहार में एग्जिट पोल में बीजेपी को 100 से 155 सीटें तक मिलने का दावा था वहीं महागठबंधन को दोहरे अंकों में सिमटता बताया गया था लेकिन जनादेश के असली फिगर आए तो एग्जिट पोल की विश्वसनियता पर प्रश्नचिन्ह लग गया. महागठबंधन को 178 सीटें मिली थीं और बीजेपी सिर्फ 53 सीटों पर सिमट गई थी. हालांकि इस साल नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़कर वापस बीजेपी के पाले में आ गए हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनावों में भी जनता का मूड भांपने में एग्जिट पोल नाकाम साबित हुए थे. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 49 दिन की सरकार गिरने के बाद चुनावों में सभी पार्टियों को धूल चटा दी थी. कांग्रेस बिल्कुल साफ हो गई थी जबकि बीजेपी को सिर्फ तीन सीटें मिल पाई थीं. जबकि एग्जिट पोल दावा कर रहे थे कि बीजपी और आप टक्कर में रहेंगी लेकिन नतीजे ने सभी अनुमानों को धराशायी कर दिया. बिहार और दिल्ली ही नहीं बल्कि पंजाब, तमिलनाडु और यूपी में भी एग्जिट पोल जनता का मूड भांपने में नाकाम रहे थे. यूपी में बीजेपी को 202 सीटों के आस-पास दिखाया जा रहा था लेकिन जनता ने छप्पड़ फाड़कर 325 सीटें बीजेपी को थमा दीं और एग्जिट पोल को फेल कर दिया.