कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को अहमदाबाद में प्रेस कॉफ्रेंस की. अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद राहुल पहली बार मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान मीडिया के कैमरों ने उनके हिंदू होने का एक और सबूत रिकॉर्ड कर लिया. दरअसल राहुल गांधी की दादी और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी भी रुद्राक्ष माला को धारण करती थीं. वहीं राहुल भी अपने बयानों में कह चुके हैं कि उनका परिवार शिवभक्त रहा है.
नई दिल्ली: गुजरात में दूसरे चरण के मतदान को लेकर हो रहा चुनावी प्रचार मंगलवार शाम से थम चुका है. इससे पहले सभी पार्टियों के नेता लोगों के बीच जाकर उन्हें वोट देने की अपील कर रहे थे. इसके साथ ही एक- दूसरे पर जमकर बयानबाजी भी कर रहे थे. इस चुनावी दौर में बीजेपी ने कई बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड की राजनीति खेलने का आरोप भी लगाया. दरअसल, मंगलवार को जगन्नाथ मंदिर के दर्शन कर लौटे राहुल गांधी जब प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे तो लोगों को उनके गले में पड़ी एक रुद्राक्ष जैसी माला दिखाई दी.
गौर फरमाने वाली बात यह है कि पहली बार राहुल गांधी के गले में ऐसी माला दिखाई दी है. हालांकि, उनकी दादी और देश की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी रुद्राक्ष की माला पहनना पसंद करती थीं.यह बात जगजाहिर है कि जो भी व्यक्ति रुद्राक्ष माला को धारण करते हैं, वे शिवभक्त होते हैं. कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने भी एक बयान में कहा था कि उनका परिवार शिवभक्त रहा है. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी भी भगवान शिव में आस्था रखती थीं और हमेशा रुद्राक्ष की माला पहनती थीं. फिलहाल यह संभावना जताई जा रही है कि जगन्नाथ मंदिर में पूजा करने के बाद राहुल गांधी ने यह माला धारण की होगी.
दरअसल, पूजा के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पुजारी दिलीप दास के कमरे में गए थे, जहां मीडिया की मौजूदगी नहीं थी. हो सकता है कि वहां उन्होंने माला को धारण किया हो. बहरहाल राहुल को माला पहने देख गुजरात की राजनीतिक गलियारों में एक नए मुद्दे को जन्म दे दिया है. बीजेपी पार्टी का कहना है कि राहुल हिंदू वोटरों को लुभाने के लिए मंदिरों का दौरा कर रहे हैं. वहीं सीएम योगी ने चुनाव प्रचार में भी राहुल पर तंज कसते हुए कहा था कि गुजरात चुनाव में दो चीजें हुई हैं, ‘पहला यह कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह बोलना जान गए हैं और दूसरा राहुल गांधी मंदिरों के दर्शन करने लगे हैं.’
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