केंद्र की मोदी सरकार ने बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक का विलय करने का फैसला किया है. इसन तीनों बैंकों के मर्जर से एक बड़ा बैंक बनेगा जो देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा.
नई दिल्ली. बैंकों के विलय की प्रक्रिया की दिशा में एक और कदम उठाते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार विजया बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और देना बैंक का विलय करने जा रही है. इन तीनों बैंकों के विलय के बाद जो एक बैंक बनेगा वह देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा. वित्तीय सेवा विभाग के सचिव राजीव कुमार ने इन तीनों बैंकों के विलय की जानकारी दी. राजीव कुमार ने एक ग्राफिक्स ट्वीट कर बैंकों के विलय के फायदे गिनाए हैं.
ग्राफिक्स में राजीव कुमार ने पहला फायदा बताया है कि इन तीनों बैंकों के विलय से बना नया बैंक देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा. यह बैंक आर्थिक पैमानों पर यह मजबूत प्रतिस्पर्धी बैंक होगा. तीनों बैंकों के नेटवर्क्स एक हो जाएंगे और डिपॉजिट पर लागत में कमी आएगी. सब्सिडियरीज में सामंजस्य होगा. विलय के बाद भी तीनों बैंकों के कर्मचारियों के हितों का संरक्षण किया जाएगा. बैंकों की ब्रैंड इक्विटी सुरक्षित रहेगी. ग्राहकों की संख्या, बाजार तक पहुंच औऱ संचालन कौशल में बढ़ोत्तरी होगी जिससे ग्राहकों को ज्यादा प्रॉडक्ट्स और बेहतर सेवा ऑफर किए जा सकेंगे. नए बैंक को पूंजी दी जाएगी. तीनों बैंकों को फिनैकल सीबीएस प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा.
Alternative Mechanism under FM suggests @bankofbaroda, @VijayaBankIndia & @dena_bank to consider amalgamation; to create India’s 3rd largest globally competitive Bank @PMOIndia @FinMinIndia @PIB_India @DDNational @DDNewsLive pic.twitter.com/yGGtsN2eCA
— Rajiv kumar (@rajivkumarec) September 17, 2018