नई दिल्ली. माल एवं सेवा कर यानि GST के संग्रह में लगातार दूसरे महीने में भारी गिरावट के साथ सरकार को झटका लगा है. नवंबर के महीने में जीएसटी का संग्रह 80,808 करोड़ रुपये रहा है जबकि अक्टूबर के महीने में यह 83,000 करोड़ दर्ज किया गया था. हाल ही में आए वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार बीते 25 दिसंबर तक जीएसटी का संग्रह 80,808 करोड़ रुपए रहा. दरअसल इस साल नवंबर में ही 200 उत्पादों पर जीएसटी की दरें कम की गई और इसका असर अब साफ नजर आने भी लगा है. 200 उत्पादों की जीएसटी दरें कम किए जाने को जीएसटी की वसूली में कमी की बड़ी वजह माना जा रहा है. इसके अलावा एक और कारण यह है कि छोटे व्यापारी अपना रिर्टन प्रति माह की जगह तिमाही फाइल कर रहे हैं. इसके मद्दे नजर जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक दिल्ली में 18 जनवरी 2018 को बुलायी गयी है.
जीएसटी को 1 जुलाई से लागू किया गया था और उसी महीने में सबसे ज्यादा वसूली की गई थी. उस माह में 92,283 करोड़ रुपये एकत्रित होने के बाद सरकार को उम्मीद थी कि जैसे- जैसे जीएसटी को लेकर लोगों में जानकारी बढ़ेगी तो यह वसूली भी बढ़ेगी. लेकिन फिलहाल इसका उल्टा हो गया है.
जीएसटी क्रियान्वयन के 5वें महीने में कुल 80,808 करोड़ रुपए में से 7,798 करोड़ रुपए का मुआवजा उपकर के रूप में इकट्ठा किया गया. माह के दौरान केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) के रूप में 13,089 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी के रूप में 18,650 करोड़ रुपए, जबकि एकीकृत माल एवं सेवा कर (आईजीएसटी) के रूप में 41,270 करोड़ रुपए दर्ज किया गया है. बता दें कि बीते 28 अक्टूबर जीएसटी काउंसिल ने इन उत्पादों को 28 परसेंट जीएसटी के दायरे से हटाकर 18 % के स्तर पर ला दिया था.
FRDI Bill 2017: बैंकों में आपके पैसे की होगी हेयर कटिंग कितनी ये सरकार तय करेगी
BHU: पॉलिटिकल साइंस पेपर में पूछा कौटिल्य के अर्थशास्त्र में GST के स्वरूप पर निबंध
सपा का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज हिंसा प्रभावित संभल का दौरा करने वाला है। इनका…
पुडुचेरी के निकट फेंगल चक्रवात के आने की संभावना के कारण पुडुचेरी के निकट शनिवार…
उत्तर भारत के लगभग सभी राज्यों में सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाया…
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में राहुल ने चुनावी हारों की बातें करते हुए कहा…
मात्र 200 रुपए के लिए दीपेश अपने देश से गद्दारी कर रहा था। दीपेश गोहिल…
नाइजीरिया में नाइजर नदी के किनारे बाजार में भोजन ले जा रही एक नाव के…