नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कर्मचारी और पेंशनभोगी महंगाई भत्ते के अगले दौर की बढ़ोतरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लगातार बढ़ रही महंगाई के कारण जहां प्राइवेट कंपनिययों में नौकरी करने वाले उम्मीद लगा कर बैठे है कि उनका इंक्रीमेंट हो जाए तो सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की याद आ रही […]
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कर्मचारी और पेंशनभोगी महंगाई भत्ते के अगले दौर की बढ़ोतरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लगातार बढ़ रही महंगाई के कारण जहां प्राइवेट कंपनिययों में नौकरी करने वाले उम्मीद लगा कर बैठे है कि उनका इंक्रीमेंट हो जाए तो सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की याद आ रही है । इसी दौरान सोमवार को खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी महीने में तीन महीने के उच्च स्तर 6.52 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इसके साथ ही महंगाई एक बार फिर रिजर्व बैंक संतोषजनक स्तर से ऊपर चली गई है।
बता दें, केंद्रीय कर्मचारियों को इस साल होली गिफ्ट के रूप में उम्मीद से कहीं ज्यादा मिल सकता है। 7वें वेतन आयोग के नियमों के तहत डीए बढ़ोतरी के अगले दौर के अलावा, सरकारी कर्मचारियों को फिटमेंट फैक्ट में भी बढ़ोतरी मिल सकती है। जिससे उनकी सैलरी में भी बढ़ोतरी हो जाएगी और लंबे समय से चली आ रही 18 महीने पुरानी डीए बकाया की मांग को भी पूरा किया जा सकता है। फिटमेंट फैक्टर को लेकर केंद्र सरकार के कर्मचारी मार्च में इसे बढ़ा हुआ पा सकते हैं। इसके अलावा कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों का भी अनुमान है कि इस बार डीए में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की जा सकती है।
खाद्य पदार्थों की महंगाई दर जनवरी में 5.94 प्रतिशत रही जो दिसंबर में 4.19 प्रतिशत थी। यह आंकड़े बता रहे हैं कि खाने पीने के समान की महंगाई की मार के चलते लोग परेशान है। इससे पहले खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर महीने में उच्च स्तर 6.77 प्रतिशत पर थी। भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर गौर करता है। केंद्रीय बैंक को मुद्रास्फीति दो प्रतिशत से चार प्रतिशत तक रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है।
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