12वीं में पहली रैंक हासिल की, 3 बार बने JNU के अध्यक्ष, जानें सीताराम येचुरी के जीवन की कहानी

नई दिल्ली: कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी का गुरुवार-12 सितंबर को निधन हो गया. येचुरी ने 72 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली है. बता दें कि तेज बुखार के बाद येचुरी 19 अगस्त को AIIMS-दिल्ली में भर्ती हुए थे. इस बीच आइए जानते हैं सीताराम येचुरी के जीवन […]

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12वीं में पहली रैंक हासिल की, 3 बार बने JNU के अध्यक्ष, जानें सीताराम येचुरी के जीवन की कहानी

Vaibhav Mishra

  • September 12, 2024 7:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली: कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी का गुरुवार-12 सितंबर को निधन हो गया. येचुरी ने 72 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली है. बता दें कि तेज बुखार के बाद येचुरी 19 अगस्त को AIIMS-दिल्ली में भर्ती हुए थे.

इस बीच आइए जानते हैं सीताराम येचुरी के जीवन के दिलचस्प किस्से-

देशभर में हासिल की थी पहली रैंक

सीताराम येचुरी ने CBSE हायर सेकेंडरी परीक्षा मेंऑल इंडिया रैंक-1 हासिल की थी. इसके बाद उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में बीए (ऑनर्स) किया. फिर जेएनयू से इकोनॉमिक्स में एमए किया. बाद में उन्होंने पीएचडी के लिए जेएनयू में एडमिशन लिया, लेकिन आपातकाल के दौरान गिरफ्तार होने की वजह से वह इसे पूरा नहीं कर पाए.

तीन बार बने जेएनयू के प्रेसिडेंट

बता दें कि सीताराम येचुरी 1977-78 के दौरान तीन बार जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष बने. संसदीय राजनीति की बात करें तो वह 2005 में पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद चुने गए. येचुरी लगातार 12 साल तक यानी 2017 तक संसद के उच्च सदन के सदस्य रहे. इस दौरान 2015 में वह पहली बार सीपीआई-एम के महासचिव बने. फिर 2018 में दूसरी बार और 2022 में तीसरी बार ये पद संभाला.

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