गोरखा लैंड मुक्ति मोर्चा ने बीजेपी पर गोरखा लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया है. शनिवार को जीजेएम चीफ एलएम लामा ने एनडीए से अलग होने का ऐलान कर दिया. गोरखा लैंड मुक्ति मोर्चा, जीजेएम, एनडीए, बीजेपी
कोलकाता. आंध्र प्रदेश की सत्ता पर काबिज टीडीपी के एनडीए से हटने के बाद बीजेपी को एक और बड़ा झटका लगा है. पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सहयोगी जीजेएम ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए एनडीए गठबंधन को छोड़ने का ऐलान कर दिया है. गोरखा लैंड मुक्ति मोर्चा के मुखिया एलएम लामा ने बीजेपी पर गोरखा लोगों के विश्वास को धोखा देने का आरोप लगाया है. शनिवार को इसका ऐलान करते हुए लामा ने कहा कि अब उनकी पार्टी का बीजेपी नीत एनडीए से कोई संबंध नहीं है.
जीजेएम ने 2009 में दार्जलिंग लोकसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी जशवंत सिंह को स्पोर्ट किया था. हालांकि, पार्टी भाजपा नेता के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं थी. इसके बावजूद बिमल गुरुंग के नेतृत्व वाली जीजेएम ने 2014 में भाजपा उम्मीदवार एस एस अहलूवालिया को अपना समर्थन दिया था. लेकिन नई पार्टी प्रमुख बिनय तमांग ने अब गठबंधन से बाहर निकलने का फैसला किया है.
पिछले साल नवंबर में जीजेएम ने पार्टी के प्रमुख बिमल गुरुंग और सचिव रोशन गिरि समेत अन्य लोगों को छह महीने तक निलंबित कर दिया था. गुरंग ने 2017 में गोरखा आंदोलन का नेतृत्व किया था, जिसमें 100 से अधिक दिनों के लिए दार्जिलिंग और अन्य क्षेत्रों में एक आभासी बंद किया गया था. आंदोलन बंद होने के बाद, जीजेएम केंद्रीय समिति ने गुरुंग के नेतृत्व में लोगों की आस्था की कमी का हवाला देते हुए अपने नेताओं के निलंबन की घोषणा की थी.
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