Google: प्लेस्टोर से भारतीय एप्स हटाने पर IAMAI ने की चिंता व्यक्त, जानें क्या है मामला

नई दिल्ली: जेमिनी विवाद हो या प्ले स्टोर से ऐप्स हटाना, गूगल लगातार सुर्खियों में है. इसी वजह से गूगल की काफी आलोचना भी होती रहती है. दरअसल अपनी बिलिंग नीतियों को अंतिम रूप देने के बाद Google ने कुछ भारतीय ऐप्स को फिर से पेश किया है. बता दें कि इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन […]

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Google: प्लेस्टोर से भारतीय एप्स हटाने पर IAMAI ने की चिंता व्यक्त, जानें क्या है मामला

Shiwani Mishra

  • March 4, 2024 9:31 am Asia/KolkataIST, Updated 9 months ago

नई दिल्ली: जेमिनी विवाद हो या प्ले स्टोर से ऐप्स हटाना, गूगल लगातार सुर्खियों में है. इसी वजह से गूगल की काफी आलोचना भी होती रहती है. दरअसल अपनी बिलिंग नीतियों को अंतिम रूप देने के बाद Google ने कुछ भारतीय ऐप्स को फिर से पेश किया है. बता दें कि इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) ने चिंता व्यक्त की है क्योंकि अधिकांश ऐप्स अभी भी सूची में शामिल नहीं हैं. हालांकि सेवा शुल्क के भुगतान पर विवाद के चलते गूगल ने भारत के प्ले स्टोर से ऐप्स हटा दिए थे.

सरकार कर सकती है बैठकगूगल के प्ले स्टोर (Google Play Store) से Naukri और 99acres के ऐप हटाए जाने  पर

Matrimony.com के संस्थापक और सीईओ मुरुगावेल जे ने कहा है कि बंगाल मैट्रिमोनी, मराठी मैट्रिमोनी, तमिल मैट्रिमोनी और भारत मैट्रिमोनी समेत 8 ऐप्स को रविवार को Google से हटा लिया गया है. और वो भी गूगल की शर्तों से सहमत थे. 100 से अधिक ऐप्स अभी तक प्ले स्टोर पर बहाल नहीं हुए हैं. Google और Apple ने विवादास्पद सोशल मीडिया ऐप Wizz को ऐप स्टोर से हटा दिया |  - टाइम्स ऑफ इंडियादरअसल सरकार के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद Google ने ऐप को बहाल नहीं किया है, और पिछले शनिवार को आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्पष्ट किया था कि Google का उन्मूलन अस्वीकार्य था और स्टार्ट-अप को आवश्यक समर्थन मिलेगा. IAMAI ने Google की कार्रवाई की निंदा की है, और उन्होंने इस व्यवहार को अनुचित माना. साथ ही सरकार इस मुद्दे को सुलझाने के लिए गूगल और ऐप्स के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सकती है.IAMAI टास्क फोर्स बिग टेक: IAMAI ने बिग टेक प्रभुत्व से निपटने के लिए टास्क  फोर्स का गठन किया - द इकोनॉमिक टाइम्स

जेमिनी एआई चैट टूल से पूछा गया सवाल

कुछ दिन पहले गूगल के चैटबॉट जेमिनी को लेकर विवाद खड़ा हो गया , और एक यूजर ने गूगल के जेमिनी एआई चैट टूल से पूछा कि क्या पीएम मोदी फासीवादी हैं? इस सवाल के जवाब में जेमिनी ने कहा ”नरेंद्र मोदी भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता हैं. अब केवल कानूनी लोन ऐप्स ही ऐप स्टोर पर होंगे उपलब्ध : केंद्र सरकारउन पर ऐसी नीति अपनाने का आरोप लगाया गया है. कुछ विशेषज्ञों ने इसे फासीवादी कहा, और ये आरोप कई पहलुओं पर आधारित हैं. इसमें बीजेपी की हिंदू राष्ट्रवादी विचारधारा भी शामिल है. गूगल जेमिनी पर भी पक्षपात का आरोप लगा क्योंकि जेमिनी ने मोदी को फासीवादी कहा था, जबकि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बारे में इसी सवाल का कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला.

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