नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने त्योहारी सीजन में भारतीय रेलवे के कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है।आज यानि गुरुवार (3 अक्टूबर 2024) को कैबिनेट बैठक के दौरान रेल कर्मियों के बोनस को मंजूरी दे दी गई हैं। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने देर शाम कैबिनेट ब्रीफिंग […]
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने त्योहारी सीजन में भारतीय रेलवे के कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है।आज यानि गुरुवार (3 अक्टूबर 2024) को कैबिनेट बैठक के दौरान रेल कर्मियों के बोनस को मंजूरी दे दी गई हैं। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने देर शाम कैबिनेट ब्रीफिंग के दौरान दी।
कैबिनेट ब्रीफिंग के दौरान बताया गया कि रेलवे कर्मचारियों के बोनस को हरी झंडी दे दी गई है। उन्हें कुल 2029 करोड़ रुपये का बोनस दिया जाएगा और यह 78 दिनों का बोनस होगा। केंद्र के इस फैसले से कुल 11,72,240 कर्मचारियों को फायदा होगा, जबकि रेलवे में फिलहाल 58,642 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है।
अच्छे प्रदर्शन के लिए दिया जा रहा है बोनस
बोनस की कुल राशि 2029 करोड़ रुपये है
रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों का बोनस दिया जाएगा
11,72,240 कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
भारतीय रेलवे ने ट्रैक मेंटेनर, लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर (गार्ड), स्टेशन मास्टर, सुपरवाइजर, टेक्नीशियन, टेक्नीशियन हेल्पर, पॉइंट्समैन, मिनिस्टीरियल कर्मचारी और अन्य ग्रुप एक्ससी कर्मचारियों समेत विभिन्न श्रेणियों के अपने कर्मचारियों को उत्पादकता से जुड़ा बोनस (पीएलबी) देने का फैसला किया है।
#WATCH | Union Minister Ashwini Vaishnaw says, “The biggest decision that was taken today in the cabinet meeting relates to increasing farmers’ income and ensuring food security to the middle-class people… It has two pillars – ‘PM Rashtra Krishi Vikas Yojana’ and ‘Krishonnati… pic.twitter.com/5x0UIqL72z
— ANI (@ANI) October 3, 2024
रेलवे कर्मचारियों को हर साल दुर्गा पूजा/दशहरा त्योहारों से पहले पीएलबी का भुगतान किया जाता है। इस साल भी करीब 11.72 लाख अराजपत्रित रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों के वेतन के बराबर पीएलबी राशि का भुगतान किया जा रहा है। प्रति कर्मचारी अधिकतम 17,951 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
वित्त वर्ष 2023-24 में रेलवे का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। इस दौरान रेलवे ने रिकॉर्ड 1,588 मिलियन टन माल ढुलाई की और करीब 6.7 बिलियन यात्रियों को ढोया। इस रिकॉर्ड प्रदर्शन के पीछे कई कारण थे, जिनमें रेलवे में सरकार द्वारा रिकॉर्ड पूंजी निवेश (कैपेक्स), परिचालन में दक्षता और बेहतर तकनीकी सुधार शामिल हैं।
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