नई दिल्ली: बीते दिनों SCO समिट में 12 साल बाद पाकिस्तान से किसी बड़े नेता का भारत आना हुआ. पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के भारत आने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई. जहां विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को बिलावल भुट्टो की मौजूदगी में ही आतंकवाद के प्रोमोटर, प्रोटेक्टर […]
नई दिल्ली: बीते दिनों SCO समिट में 12 साल बाद पाकिस्तान से किसी बड़े नेता का भारत आना हुआ. पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के भारत आने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई. जहां विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को बिलावल भुट्टो की मौजूदगी में ही आतंकवाद के प्रोमोटर, प्रोटेक्टर और आतंकवाद उद्योग का प्रवक्ता बताया. इतना ही नहीं बाकी विदेश मंत्रियों से अलग बिलावल भुट्टो के साथ हाथ मिलाने की जगह उन्होंने दूर से ही उन्हें नमस्ते किया. इस दौरान दोनों देशों के बीच तल्खी भी साफ़ देखी जा सकती थी. अब इसी तल्खी को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान सामने आया है.
दरअसल SCO समिट में भारत और पाकिस्तान के बीच की तल्खी इस समय मीडिया में चर्चाओं का केंद्र बनी हुई है. इसी कड़ी में विदेश मंत्री जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया है. जहां उन्होंने कहा है कि बिलावल भुट्टो एससीओ में बतौर विदेश मंत्री आए थे. अगर मेरे पास एक अच्छा अतिथि होगा, तो मैं एक अच्छा मेजबान हूं.” इसके अलावा विदेश मंत्री ने राहुल गांधी पर भी निशाना साथा. उन्होंने कहा कि “मैं राहुल गांधी से चीन पर क्लास लेना चाहूंगा, लेकिन मुझे पता चला कि वह खुद चीनी राजदूत से क्लास ले रहे थे. बता दें, SCO समिट के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में विदेश मंत्री एस जयशंकर बिलावल भुट्टो पर जमकर बरसे थे.
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि SCO बैठक में बिलावल के साथ विदेश मंत्री के तौर पर बर्ताव किया गया है. लेकिन वह आतंकी इंडस्ट्री के प्रवक्ता हैं जहां अभी भी पाकिस्तान की किसी भी बात का भरोसा नहीं किया जा सकता है. आगे जयशंकर ने कहा कि वर्तमान समय में पाकिस्तान की विश्वसनीयता उसके विदेशी मुद्रा भंडार से अधिक तेजी से घट रही है. जी-20 और श्रीनगर से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है. साथ ही उसे ये बताना चाहिए कि वह POK में अवैध कब्ज़ा कब छोड़ रहा है.