सोने के भंडार भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक एन कुटुम्बा राव ने बताया कि राजस्थान में सोने की खोज में नई संभावनाएं सामने आई हैं, उदयपुर और बांसवाडा जिले के भूकिया डगोचा में सोने के भंडार मिले हैं.
जयपुर. राजस्थान की रेतीली जमीन अब सोना उगलेगी. ये हम नही कह रहे हैं बल्कि ये साफ हुआ है भूभर्ग विज्ञान की रिपोर्ट में. राजस्थान में वैज्ञानिकों को जमीन के नीचे दबे 11.48 करोड़ टन सोने के भंडार का पता लगा है. यह सोना बांसवाड़ा और उदयपुर जिले में पाया गया है. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक एन कुटुम्बा राव ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राजस्थान में सोने की खोज में नयी संभावनाएं सामने आयी है, उदयपुर और बांसवाडा जिले के भूकिया डगोचा में सेाने के भंडार मिले है.
राव के अनुसार राजस्थान में 2010 से अबतक 8.11 करोड़ टन तांबे के भंडार का पता लगाया गया है. उन्होंने बताया कि राजस्थान के सिरोही जिले के देवा का बेड़ा, सालियों का बेड़ा और बाड़मेर जिले के सिवाना इलाकों में अन्य खनिज की खोज की जा रही है. माना जा रहा है कि यह देश की बड़ी सोने की खान में से एक है. आपको बता दें कि कर्नाटक में देश की सबसे ज्यादा सोने की खान है. इसमें कोलार, धारवाड़, रायचूर जिलों में स्थित है. इसके बाद आंध्रप्रदेश, झारखंड, केरल, मध्य प्रदेश में सोने और हीरे की खान है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उर्वरक खनिज पोटाश व ग्लुकोनाइट की खोज के लिए नागौर, गंगापुर (करोली) सवाई माधोपुर में उत्ख्लन का काम चल रहा है, इन जिलों में पोटाश एवं ग्लुकोनाइट के भंडार मिलने से भारत की उर्वरक खनिज की आयात पर निर्भरता कम होगी. यह भंडार जमीन के स्तर से 300 मीटर नीचे है. सर्वे रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि यहां करीब 200 टन सोने का भंडार है, जिसकी कीमत तकरीबन 40,000 करोड़ रुपये आंकी जा रही है.
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