नई दिल्ली: हमारे देश में स्कैम का मामला काफी सुनने को मिलता है. जिसमें ज्यादातर लोग इस स्कैम का शिकार हो जाते हैं. दरअसल, इसी तरह का मामला नोएडा से सामने आया है, जहां 9 लड़कियां लोगों को कॉल करती थीं. उनकी टाइमिंग सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक चलता था. कॉल […]
नई दिल्ली: हमारे देश में स्कैम का मामला काफी सुनने को मिलता है. जिसमें ज्यादातर लोग इस स्कैम का शिकार हो जाते हैं. दरअसल, इसी तरह का मामला नोएडा से सामने आया है, जहां 9 लड़कियां लोगों को कॉल करती थीं. उनकी टाइमिंग सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक चलता था.
कॉल पर वो मीठी-मीठी बातें कर कर लोगों को अपने जाल में फंसाया करती थीं. हाल ही में जब पुलिस ने छापा मारा, तो उनके पास से एक काले रंग की डायरी बरामद हुई. जिससे उनके सारे राज खुल गए. पुलिस ने इस मामले में 9 लड़कियां और 2 लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के मुताबिकग, 5 जुलाई को सीआरटी और थाना सेक्टर 49 पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं इन लोगों पर आरोप है कि, लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के तौर पर लोन और बीमा पॉलिसी के नाम पर दिल्ली एनसीआर के लोगों को ठगा करते थें. इन सभी को शर्मा मार्केट की चौथी मंजिल ग्राम होशियारपुर सेक्टर 51 नोएडा से गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस के पूछताछ में पता चला कि, आशीष कुमार उर्फ अमित ने बताया कि, वह इस सेक्टर को चला रहा था. वह एनसीआर इलाके के बाहर राज्यों के रहने वाले लोगों को मोटी कमाई का लालच में लोन और बीमा के नाम पर ठगी करता था.
जिसमें बाकी इनके साथी कमीशन के तौर पर इसकी मदद किया करते थें. जिसका, जितना काम होता था, उसे उतना कमिशन के तौर पर दे दिया जाता था.
आरोपी ने कर्नाटक में रहने वाले एक व्यक्ति अरविंद का पीएनबी बैंक का अकाउंट किराए पर लिया हुआ था, जिसके लिए वह उसे 10000 का महीना भी दिया करता था. उसका डेबिट कार्ड और एटीएम भी आशीष के पास था.
जैसे ही बैंक अकाउंट में पैसे आते थें, तो वो जाकर तुरंत निकाल लिया करता था. आरोपी के रूम पर से एक काली डायरी भी बरामद की गई है, जिसके अंदर पैसे का लेन-देन का हिसाब लिखा हुआ है.
पुलिस ने जब एक अन्य आरोपी से पूछताछ की, तो पता चला कि, ये सब लोग भोले भाले लोगों को टारगेट किया करते थें. जिसमें सबसे बड़ा हाथ जितेन्द्र और आशीष का हुआ करता था.
पुलिस ने बताया कि, आरोपी आशीष उर्फ अमित दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी कॉम कर रहा है. साल 2019 में वह और जितेंद्र दोनों एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस में पॉलिसी बेचने का काम किया करते थें.
फिर दोनों ने सोचा कि, क्यों न कुछ बड़ा किया जाए. इस लिए उन्होंने कुछ लड़कियों को अपने साथ जोड़ा और उनके साथ मिलकर फर्जी कॉलिंग करने का सोचा. जिसमें वो लोग बीमा और लोन देने के नाम पर इंडियामार्ट साइट से 2500 रुपये में लगभग 10,000 लोगों का डेटा खरीदकर लोगों को फोन करने का काम शुरू किया.