नई दिल्ली, NEET (नेशनल एलेजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) की परीक्षा के दौरान एक हैरतअंगेज़ करने वाला मामला सामने आया है, जहां सख्ती के नाम पर छात्राओं के अंडर गारमेंट्स तक उतरवा दिए गए. यह वाक्या केरल के कोल्लम जिले का है जहाँ एक तरफ तो सूचना प्रौद्योगिकी की मार्थोमा संस्थान ने इस घटना से साफ […]
नई दिल्ली, NEET (नेशनल एलेजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) की परीक्षा के दौरान एक हैरतअंगेज़ करने वाला मामला सामने आया है, जहां सख्ती के नाम पर छात्राओं के अंडर गारमेंट्स तक उतरवा दिए गए. यह वाक्या केरल के कोल्लम जिले का है जहाँ एक तरफ तो सूचना प्रौद्योगिकी की मार्थोमा संस्थान ने इस घटना से साफ इनकार करते हुए पल्ला झाड़ दिया. तो वहीं छात्राओं के परिजनों ने पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है, फिलहाल पुलिस द्वारा इस मामले की जांच जारी है.
वहीं दूसरी तरफ कोटा के मोदी कॉलेज सेंटर पर चार मुस्लिम छात्राएं परीक्षा के दौरान हिजाब पहनकर पहुंचीं. इन महिलाओं को गेट पर ही पुलिस वालों ने रोक लिया. पुलिस के रोकने के बावजूद भी छात्राओं ने हिजाब हटाने से इनकार कर दिया. पुलिस ने समझाया और ड्रेसकोड का हवाला दिया, फिर भी छात्राएं नहीं मानी. उनके परिवार वाले भी अड़ गए, इसके बाद उनसे लिखित में लिया गया कि परीक्षा को लेकर जो भी निर्णय होगा, उसके लिए वो खुद जिम्मेदार होंगी.
नीट के परीक्षा नियमों के तहत स्टूडेंट्स फुल आस्तीन के कपड़े भी नहीं पहन कर आ सकते हैं. अगर कोई छात्र ऐसा करता है तो उसके आस्तीन को काटने बाद परीक्षा में बैठने की इजाजत होती है. परीक्षा के दौरान छात्रों के कुंडल, बाली, घड़ी व अन्य सभी वस्तुओं को रख लिया जाता है. लेकिन कोटा में पहली बार देखने में आया कि दो छात्राएं अपने चेहरे को लपेट कर अंदर चली गईं क्योंकि उन्हें पूरी तरह से चेक नहीं किया गया.
एएसआई गीता देवी ने बताया कि पुलिस ने गेट के बाहर की सुरक्षा व्यवस्था बहुत कड़ी कर दी है, कुछ स्टूडेंट्स ने फुल आस्तीन के कपड़े पहने हुए थे, उनकी आस्तीन काटकर उन्हें अंदर भेजा गया. और जिन्होंने हिजाब पहन रखा था उनको साइड में किया था. अंदर से आदेश आने के बाद युवतियों को गेट में प्रवेश दिया गया था,अंदर तलाशी लेने के लिए संस्था की अलग टीम लगी हुई थी. संस्था की टीम ने अंदर छात्राओं की तलाशी ली जिसके बाद उन्हें परीक्षा देने दिया गया.