Ghulam Nabi Azad: नई दिल्ली। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद से वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद लगातार मीडिया की सुर्खियों में है। जहां एक तरफ राजनीतिक गलियारों में उनके इस फैसले को बीजेपी के साथ नजदीकी से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता भी आजाद पर निशाना साध रहे हैं। […]
नई दिल्ली। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद से वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद लगातार मीडिया की सुर्खियों में है। जहां एक तरफ राजनीतिक गलियारों में उनके इस फैसले को बीजेपी के साथ नजदीकी से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता भी आजाद पर निशाना साध रहे हैं। इसी बीच आज गुलाम नबी आजाद ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि घर वालों ने घर छोड़ने पर मजबूर किया है।
गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब घर वालों को लगे कि ये आदमी नहीं चाहिए तो अकलमंदी खुद घर छोड़ने में है। उन्होंने रिमोट कंट्रोल भाजपा के हाथ में होने के सवाल पर कहा कि जो शख्स अपनी स्पीच खत्म करने के बाद भरी सदन में पीएम से गले मिले, तो वे मिले हैं या मैं मिला हूं?
गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा कि पहले जयराम रमेश अपना DNA चेक करवाएं कि कहां के हैं और किस पार्टी से हैं, वह देखें कि उनका DNA किस-किस पार्टी में रहा है। बाहर के लोगों को कांग्रेस का अता-पता नहीं है। चापलूसी और ट्विट कर जिन्हें पद मिले अगर वे आरोप लगाएं तो हमें दुख होता है।
कांग्रेस पार्टी में चुनाव के सवाल पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं लेकिन कांग्रेस मेरी दुआ से ठीक नहीं होगी उसके लिए दवा चाहिए। अभी उसका डॉक्टर कंपाउंडर है। अभी कांग्रेस को स्पेशलिस्ट की जरूरत है।
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