नई दिल्ली: दिल्ली में द्वारका के पास एक 17 साल की लड़की पर तेजाब फेंकने का मामला सामने आया है. इस घटना के बाद आनन फानन में लड़की को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं इस मुद्दे पर कई नेताओं ने रोष जताया है। बीजेपी के सांसद गौतम गंभीर ने भी बुधवार को कहा […]
नई दिल्ली: दिल्ली में द्वारका के पास एक 17 साल की लड़की पर तेजाब फेंकने का मामला सामने आया है. इस घटना के बाद आनन फानन में लड़की को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं इस मुद्दे पर कई नेताओं ने रोष जताया है।
बीजेपी के सांसद गौतम गंभीर ने भी बुधवार को कहा कि दिल्ली के द्वारका में एक छात्रा पर तेजाब फेंकने वाले को सरेआम फांसी पर लटका देना चाहिए. गुस्से का इजहार करते हुए उन्होंने ट्वीट किया: “सिर्फ शब्द इसका न्याय नहीं कर सकते। हमें इन जानवरों में दर्द के एक असहनीय खौफ को पैदा करना होगा। द्वारका की छात्रा पर तेजाब फेंकने वाले आरोपी को सरेआम फाँसी देने की सख्त जरूरत है.”
आपको बता दें, राजधानी दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में आज बड़ी घटना हुई है, दरअसल, यहाँ एक 12वीं छात्रा के आँखों में एसिड फेंक दिया गया. मोहन गार्डन इलाके में स्कूल जाती लड़की पर दो लड़कों ने एसिड फेंक दिया. पीड़िता अपनी बहन के साथ स्कूल जाने के लिए सुबह साढ़े सात बजे निकली थी जिस दौरान उसपर एसिड फेंका गया.
इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में देखा जा रहा है कि 17 वर्षीय छात्रा जैसे ही अपने घर से थोड़ा आगे की ओर बढ़ी तभी बाइक पर दो बदमाश सवार होकर आए और उसपर एसिड फेंक दिया. घटना के बाद छात्रा की छोटी बहन दौड़ते हुए घर पहुंची और परिवार को पूरे मामले के बारे में बताया. इसके बाद पीड़ित लड़की को आनन-फानन में इलाके के ही एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसकी गंभीर हालत देखते हुए उसे सफदरजंग अस्पताल ले जाने को कहा गया. इस संबंध में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने डीसीपी द्वारका और साउथ वेस्ट डीएम को नोटिस भेज दिया है.
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाती मालीवाल ने इस मामले में ट्वीट कर लिखा है कि द्वारका मोड़ के पास एक स्कूली छात्रा पर तेज़ाब फेंका। हमारी टीम पीड़िता की मदद के लिए अस्पताल पहुँच रही है। बेटी को इंसाफ़ दिलाएँगे। दिल्ली महिला आयोग सालों से देश में तेज़ाब बैन करने की लड़ाई लड़ रहा है। कब जगेंगी सरकारें?