#MeToo कैंपेन के तहत भारत में भी महिलाएं अपने साथ हुए सेक्सुअल हैरेसमेंट और सेक्सुअल एब्यूज के बारे में खुलकर बता रही हैं. बॉलीवुड के बाद अब इसमें मीडिया इंडस्ट्री का भी नाम सामने आने लगा है. तनुश्री दत्ता के बाद कंगना रनौत ने भी अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया है.
नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर चल रहे मीटू कैंपेन (#MeToo moment) के तहत अपने साथ हुई सेक्सुअल एब्यूज के बारे में भारत की महिलाओं ने भी खुलकर लिखना शुरू कर दिया है. इस अभियान के तहत एक से एक सफेदपोश निकलकर सामने आ रहे हैं. तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर पर लगाए आरोपों के बाद बॉलीवुड भी इसके घेरे में आ गया है. अभी उम्मीद है कि बहुत सारे लोगों के चेहरों से नकाब उतरेंगे. भारत में जब सोशल मीडिया पर मी टू अभियान की शुरुआत हुई तो बहुत सारी महिलाएं सामने आ रही हैं. अब इस कैंपेन में मीडिया के दिग्गजों के नाम भी सामने आना शुरू हो गए हैं. मुंबई में डीएनए के एडिटर-इन-चीफ रहे गौतम अधिकारी और टाइम्स ऑफ इंडिया, हैदराबाद के रेजिडेंट एडिटर केआर श्रीनिवासन के नाम भी मी टू कैंपेन के तहत सामने आए हैं जिनपर उन्होंने प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
एक महिला पत्रकार ने डीएनए के एडिटर इन चीफ रहे गौतम अधिकारी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उसकी सहमति के बगैर उसे किस किया था. इस मामले पर गौतम अधिकारी पर आरोप लगाया कि उन्हें बिल्कुल याद नहीं है. उन्होंने द संडे एक्सप्रेस को बताया कि इस घटना के बारे में मुझे कुछ भी याद नहीं है. मुझे वह महिला एक सहयोगी के रुप में याद है जिसके साथ मैंने अन्य सहयोगियों की तरह सम्मान और विनम्रता के साथ व्यवहार किया. उन्होंने कहा कि मैं अब मीडिया जगत से सेवानिवृत हो चुका हूं लेकिन कभी-कभी लिखता भी हूं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर लगाए गए इस तरह के आरोपों का कानून के माध्यम से शायद ही कभी सामना किया जा सकता है. इसलिए वे इस पर कानूनी कार्रवाई करने पर भी विचार नहीं कर रहे.
इसके अलावा टाइम्स ऑफ इंडिया, हैदराबाद के रेजिडेंट एडिटर केआर श्रीनिवास पर एक महिला पत्रकार द्वारा लगाए आरोपों पर भी जवाब आया है. टाइम्स ऑफ इंडिया के प्रकाशक बीसीसीएल ने एक बयान जारी कर कहा है कि उनके पास एक मजबूत POSH (यौन उत्पीड़न रोकथाम) नीति है. कंपनी कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के किसी भी मामले को बर्दाश्त नहीं करती है. ऐसे मामलों की जांच करने के लिए बीसीसीएल ने समिति भी बनाई है जिसकी अध्यक्षता एक महिला कार्यकारी द्वारा की जाती है. समिति मामलों की जांच और निवारण के लिए कानूनी जानकारों की भी मदद लेती है. बीसीसीएल इस समिति के फैसलों का सम्मान करती है. इसके साथ ही बीसीसीएल अपने सभी कर्मचारियों को एक सुरक्षित वातावरण देने के लिए प्रतिबद्ध है.
And finally, one more calling out and I'm done.
Gautam Adhikari who was the editor in chief of DNA Bombay. His exec assistant and I were think friends and we'd go out a lot. Once he told her you girls are always going out, I'm new to the city show me some sights
— Sandhya (@TheRestlessQuil) October 5, 2018
I had spoken about the KRS case in 2015 in this report in Business Standard https://t.co/MpLGOewK3c pic.twitter.com/tvMDKatrmu
— Sandhya (@TheRestlessQuil) October 7, 2018
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