1 आरोप से अडाणी को 1 दिन में 1 लाख करोड़ का नुकसान, मचा हाहाकार

देश के चर्चित उद्योगपति गौतम अडाणी एक बार फिर सुर्खियों में हैं लेकिन इस बार उन पर कानूनी शिकंजा भी कस गया है. उनके खिलाफ न्यूयार्क की फेडरल कोर्ट में मुकदमा हुआ है और उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी हो गया है. इसके बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया है. अडाणी ने जब भारत के अफसरों व नेताओं को रिश्वत दी तो अमेरिका में केस क्यों दर्ज हुआ, जानिए हर सवाल का जवाब.

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1 आरोप से अडाणी को 1 दिन में 1 लाख करोड़ का नुकसान, मचा हाहाकार

Vidya Shanker Tiwari

  • November 21, 2024 10:30 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 hours ago

नई दिल्ली. देश के चर्चित उद्योगपति गौतम अडाणी एक बार फिर सुर्खियों में हैं और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पीएम मोदी से उन्हें जेल भेजने की मांग कर रहे हैं. आरोप है कि अडाणी की कंपनी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉट्रेक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अफसरों को 265 मिनियन डॉलर की रिश्वत दी. भारतीय रुपये में ये रकम 2200 करोड़ बनती है. खास बात यह है कि 24 अक्टूबर 2024 को न्यूयार्क की फेडरल कोर्ट में यह केस दर्ज हुआ है. इस खबर के आने के बाद से अडाणी को गूगल पर खूब सर्च किया जा रहा है। पिछले एक महीने में गूगल ट्रेंड्स को देखने से स्पष्ट है कि अडाणी को सर्च करने के ग्राफ में तेजी आई है.

भारतीय अफसरों को घूस, अमेरिका में केस क्यों

बुधवार को केस की सुनवाई हुई जिसमें गौतम अडाणी उनके भतीजे सागर अडाणी, विनीत एस जैन, रंजीत गुप्ता, साइरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रुपेश अग्रवाल को अरोपी बनाया गया है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक गौतम अडाणी और सागर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुआ है. सवाल ये है कि अडानी ने भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी या रिश्वत की पेशकश की तो फिर अमेरिका में केस कैसे दर्ज हुआ. जवाब है कि रिश्वत की रकम जुटाने के लिए अडाणी ने अमेरिकी निवेशकों और बैंकों से झूठ बोला. प्रोजेक्ट में अमेरिकन इन्वेस्टर्स का पैसा लगा था और वहां के कानून के मुताबिक उस पैसे को रिश्वत के रूप में देना अपराध है. अडाणी समूह ने इन आरोपों का खंडन किया है.

अडाणी की नेटवर्थ 1 दिन में 1 लाख करोड़ घटी

रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के इस गंभीर आरोप के बाद अडाणी की कंपनियों के शेयर में आई गिरावट से गौतम अडाणी की नेटवर्थ एक दिन में 12.1 बिलियन डॉलर-करीब 1.02 लाख करोड़ रुपए घटकर 57.7 बिलियन डॉलर-4.87 लाख करोड़ रुपए रह गई है। नतीजा यह हुआ है कि अडाणी फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट में 25वें नंबर से 22वें नंबर पर आ गये हैं. एक आरोप लगने के बाद अडाणी को एक लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ और उनके 10 शेयरों में से 9 बुरी तरह लुढ़क गये. केवल एक कंपनी का शेयर तेजी के साथ बंद हुआ, अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर सबसे ज्यादा 23.44% गिरा जबकि अडाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 18.95% . देश की राजनीति में भूचाल है और कांग्रेस व राहुल गांधी इसे मोदी सरकार को घेरने का अच्छा मौका मान रहे हैं जबकि भाजपा पलटवार कर रही है.

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