नई दिल्ली। कृषि कानून रद्द हो जाने के बाद भी किसानों का सरकार के खिलाफ आक्रोश कम नहीं हुआ है। अपनी मांगे पूरी नहीं होने को लेकर देशभर के किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में केंद्र सरकार के खिलाफ अपना विरोध जाहिर करने के लिए गर्जना रैली करेंगे। आरएसएस से जुड़ा यह संगठन लंबे समय […]
नई दिल्ली। कृषि कानून रद्द हो जाने के बाद भी किसानों का सरकार के खिलाफ आक्रोश कम नहीं हुआ है। अपनी मांगे पूरी नहीं होने को लेकर देशभर के किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में केंद्र सरकार के खिलाफ अपना विरोध जाहिर करने के लिए गर्जना रैली करेंगे। आरएसएस से जुड़ा यह संगठन लंबे समय से अपनी मांगो के लेकर केंद्र सरकार से नाराज़ है।
आरएसएस से जुड़ा भारतीय किसान संघ लंबे समय से कृषि से संबंधित कुछ मांगों को लेकर केंद्र सरकार से नाराज़ है। किसान संघ कृषि उपज को जीएसटी से मुक्त कराने की मांग के साथ-साथ पीएम किसान सम्मान निधि की राशि में बढ़ोत्तरी की मांग कर रहा है। इसके अलावा किसान संघ का कहना है कि, डीबीटी के माध्यम से भी किसानों को आर्थिक सहायता पहुंचाई जानी चाहिए, नदी और सिंचाई लिंक प्रोजेक्ट्स के लिए भी उनकी मदद की जाए। भारतीय किसान संघ ने सरकार से अधिक पैसे देने की मांग की है। जिसको लेकर आज सोमवार दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित गर्जना रैली में देशभर के किसान हिस्सा लेंगे।
भारतीय किसान संघ ने देश में जैविक खेती को बढ़ावा देने एवं किसानों की आय बढ़ाने की मांग को लेकर अन्य शर्तें सरकार के समक्ष रखीं हैं। इनके आधार पर ग्रामीण कृषि बाजार में 22000 हाट डेवलप करने का अनुरोध किया है।
इसके अलावा उन्होने किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा तीन लाख से बढ़ाकर दस लाख रूपए करने की मांग की है। भारतीय खद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण से प्रमाण पत्र की जरूरत के बिना ही माइक्रो प्रोसेसिंग फूड यूनिट्स का लाइसेंस सभी क्रेडिट कार्ड धारकों को मिलना चाहिए।
गर्जना रैली के दौरान करीब 50 से 55 हजार किसानों के साथ-साथ अन्य लोगों के भी शामिल होने की संभावना है। इस दौरान करीब 700 से 800 बस एवं 4000 प्राइवेट वाहनों के माध्यम से किसान आज सुबह 11 बजे दिल्ली के रामलीला मैदान में पहुंचेंगे। इसके कारण आज ट्रैफिक बड़े पैमाने में प्रभावित होगा।