गंगाजल लेकर खाई कसम को किया पूरा, बीजेपी विधायक ने जमीन बेचकर किया छठ तालाब का निर्माण

नई दिल्ली: इस बार छठ पूजा के लिए छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई का बैकुंठ धाम का सूर्यकुंड तालाब पूरी तरह तैयार है। अब बैकुंठधाम तालाब न सिर्फ छठ पूजा के लिए बल्कि तीज नहावन के साथ-साथ दूसरे तिहार परंपराओं के निर्वहन के लिए उपयोग में आएगा। इसके मुमकिन होने के पीछे एक कसम […]

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गंगाजल लेकर खाई कसम को किया पूरा, बीजेपी विधायक ने जमीन बेचकर किया छठ तालाब का निर्माण

Shweta Rajput

  • November 6, 2024 9:26 am Asia/KolkataIST, Updated 2 weeks ago

नई दिल्ली: इस बार छठ पूजा के लिए छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई का बैकुंठ धाम का सूर्यकुंड तालाब पूरी तरह तैयार है। अब बैकुंठधाम तालाब न सिर्फ छठ पूजा के लिए बल्कि तीज नहावन के साथ-साथ दूसरे तिहार परंपराओं के निर्वहन के लिए उपयोग में आएगा। इसके मुमकिन होने के पीछे एक कसम का मामला छिपा हुआ है। दरअसल चुनाव के दौरान बीजेपी उम्मीदवार राकेश सेन ने गंगाजल को हाथ में लेकर कसम खाई थी। उन्होंने कहा था कि तालाब का विस्तृत निर्माण और सौंदर्यीकरण करूंगा ताकि छठ पूजा के लिए किसी को कोई दिक्कत ना हो।

बेच दी पैतृक जमीन

जानकारी के अनुसार बीजेपी ने वैशाली नगर से पार्षद रिकेश सेन को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया। रिकेश सेन तत्काल निगम व जिला प्रशासन के अधिकारियों से सूर्य कुंड तालाब बनवाने की पहल का प्रयास किया तो इस बात का पता चला कि तालाब निर्माण में कोई भी शासकीय फंड नहीं दिया जा सकता। इस संकल्प को पूरा करने में भी तमाम तकनीकी परेशानियां हमेशा की तरह आई थी। उस समय फिर गंगाजल की कसम का हवाला देते हुए रिकेश सेन ने अपने गांव की 90 लाख की पैतृक जमीन बेच दी। इसके बाद काफी लोगों के सहयोग से बैकुंठ धाम के सूर्यकुंड तालाब का काम शुरू कियास गया।

भूमिपूजन कर काम शुरू

20 अगस्त 2004 को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडे तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की धर्मपत्नी वीणा सिंह ने भूमिपूजन कर काम शुरू करवाया, परंतु विपक्ष की राजनीतिक हठधर्मिता के चलते काम शुरू होते ही कुछ जनप्रतिनिधि हाईकोर्ट से स्टे ले आए और इस कारण चलते हुए काम पर रोक लगानी पड़ी। इसके बाद जब भी सूर्य कुंड निर्माण की बात आई कोई न कोई अड़चन-बाधक बनी। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन का कहना है कि सूर्यकुण्ड के गंगाजल की कसम लेने के बाद यह मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट बना। हमने 90 लाख की जमीन को फंड न होने के बाद भी बेचा और इसके बाद सहयोग करने वाले लगातार मिलते जा रहे हैं। डेढ़ करोड़ रुपये अब तक तालाब के निर्माण में लग चुके हैं। इसके साथ ही 60 फीसदी सौंदर्यीकरण कार्य के बाद ही यह तालाब भव्य रूप ले चुका है। इसका बचा हुआ कार्य छठ पूजा के बाद होगा और बहुत जल्द सूर्य कुंड तालाब वैशाली नगर की एक अलग पहचान बनेगा।

51 पवित्र नदियों का होगा जल

विधायक रिकेश सेन ने आगे कहा कि बैकुंठ धाम के सूर्य कुंड में मां गंगा के साथ-साथ देश की 51 पवित्र नदियों का जल समाहित कर सूर्य कुंड तालाब को वास्तविक स्वरूप दिया जा रहा है। पिछले 6 महीने से पवित्र 51 नदियों के जल को एकत्र करने का काम किया जा रहा है।

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