UN की मीटिंग में शामिल हुआ भगोड़े नित्यानंद का देश ‘कैलासा’, जानें कैसे?

नई दिल्ली: दुष्कर्म का आरोपी और भगोड़ा नित्यानंद जो साल 2019 में भारत से भाग गया था. वह खुद के भगवान् होने का दावा करता है और उसने अपना देश ‘कैलासा’ बनाने का भी दावा किया है. अब इस कथित ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा’ देश की प्रतिनिधि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर देखा गया है. इस […]

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UN की मीटिंग में शामिल हुआ भगोड़े नित्यानंद का देश ‘कैलासा’, जानें कैसे?

Riya Kumari

  • February 28, 2023 8:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: दुष्कर्म का आरोपी और भगोड़ा नित्यानंद जो साल 2019 में भारत से भाग गया था. वह खुद के भगवान् होने का दावा करता है और उसने अपना देश ‘कैलासा’ बनाने का भी दावा किया है. अब इस कथित ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा’ देश की प्रतिनिधि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर देखा गया है. इस तस्वीर को खुद भगोड़े नित्यानंद ने ट्वीट किया है.

क्या है पूरा विवाद?

वायरल हो रहे इस ट्वीट में मुताबिक संयुक्त राष्ट्र की एक मीटिंग में यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा की सदस्य ने हिस्सा लिया है. जो जेनेवा में हुई थी. ट्वीट में लिखा है, ‘यूएन जेनेवा में यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा. जेनेवा में यूएन की इकोनॉमिक, सोशल एंड कल्चरल राइट्स एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर चर्चा में यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा ने हिस्सा लिया.’ कथित कैलासा देश की जिस प्रतिनिशि ने संयुक्त राष्ट्र की मीटिंग में हिस्सा लिया है उसका नाम विजयप्रिया नित्यानंद है. विजयप्रिया नित्यानंद खुद को कैलासा की परमानेंट एम्बेसेडर बताती हैं. इस मीटिंग में विजयप्रिया ने भारत पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.

कौन है कैलासा की प्रतिनिधि?

नित्यानंद को विजयप्रिया ने हिंदू धर्म का ‘सर्वोच्च गुरु’ बताया है. और आरोप लगाया है कि उसे सताया जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र के मंच पर विजयप्रिया ने कहा कि नित्यानंद को उसी के देश में उपदेश देने और वापस आने नहीं दिया जा रहा है. विजयप्रिया ने कहा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नित्यानंद और कैलासा की 20 लाख हिंदू प्रवासी आबादी के उत्पीड़न को रोकने के लिए उपाय किए जाएं.

ऐसे UN में पहुंचा कैलासा

– इस समय कथित देश कैलासा की ओर से विजयप्रिया नित्यानंद के UN की मीटिंग में हिस्सा लेने पर बवाल हो रहा है. सवाल उठाए जा रहे हैं कि कैसे एक काल्पनिक देश का प्रतिनिधित्व UN की मीटिंग में हिस्सा ले सकता है.

– संयुक्त राष्ट्र की इस मीटिंग में मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर चर्चा की जाती है. इस संगठन में कोई भी व्यक्ति या समूह या संस्था जाकर अपनी बात रख सकता है.

– वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति या संस्था को ऐसा महसूस होता है कि उसके अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है या उसका उत्पीड़न हो रहा है, तो वो यहां जाकर अपना दावा कर सकता है.

– इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संधियों के तहत आने वाली शिकायतें की जा सकती हैं. बता दें, ये 9 प्रकार की संधियां हैं जिसमें निम्न विषय आते हैं.

1. सिविल और पॉलिटिकल राइट्स.
2. टॉर्चर, क्रूर, अमानवीय या अपमानजनक बर्ताव.
3. नस्लीय भेदभाव.
4. लैंगिक भेदभाव.
5. दिव्यांगों को मिले अधिकारों का उल्लंघन.
6. लापता लोगों की सुरक्षा.
7. प्रवासी मजदूरों और उनके परिवारों के अधिकारों का उल्लंघन.
8. आर्थिक, सामाजिक या सांस्कृतिक अधिकारों का उल्लंघन.
9. बच्चों के अधिकार.

 

कौन है नित्यानंद?

नित्यानंद पर धोखाधड़ी और अश्लीलता का मामला दर्ज है. उसने साल 2003 में बेंगलुरु के पास अपना पहला आश्रम खोला था. इसके बाद उसने कई आश्रम खोले. साल 2010 में उसकी एक सेक्स सीडी सामने आई थी इसके बाद नित्यानंद को गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसके कुछ ही दिन बाद उसे जमानत मिल गई थी. साल 2012 में उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला भी दर्ज़ हुआ. इसके बाद उसपर साल 2019 में दो लड़कियों के अपहरण और उन्हें बंदी बनाने का मामला दर्ज़ हुआ. इसके बाद नित्यानंद भारत से भाग गया और उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया.

क्या है कैलासा?

गिरफ्तारी के डर से नित्यानंद भारत से फरार हो गया और उसे भगोड़ा घोषित किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दक्षिण अमेरिका के इक्वाडोर में उसने जमीन खरीदी और इसे अपना देश करार दिया. इसका नाम कैलासा है और उसने इसे एक हिंदू राष्ट्र घोषित किया है. कैलासा की वेबसाइट बताते है कि अमेरिका में कैलासा आंदोलन की शुरुआत हुई थी और ये दावा किया जाता है कि ये जगह दुनिया भर के सताए गए हिंदुओं को सुरक्षा देती है. यहां जाति, लिंग का भेदभाव किए बिना सभी हिंदू रहते हैं.

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