नई दिल्ली: राहुल गांधी को चार साल पहले पीएम मोदी के सरनेम पर की गई विवादित टिप्पणी मामले में गुजरात के सूरत जिला कोर्ट ने दोषी करार करते हुए दो साल की सजा सुनाई है. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार के किसी बड़े नाम को दोषी करार दिया गया है. देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी दोषी करार दिया गया था. इतना ही नहीं गांधी परिवार के बाकी सदस्यों पर भी कई मामले चल रहे हैं. इससे पहले भी राहुल गांधी पर कानूनी कार्रवाई हो चुकी है. आइए जानते हैं क्या है गांधी परिवार की कानूनी हिस्ट्री.
राहुल गांधी इससे पहले भी अपने एक विवादित बयान को लेकर दोषी पाए गए थे. 2014 में ठाणे के भिवंडी कस्बे में कांग्रेस नेता ने जो भाषण दिया था उसे लेकर भी उनके खिलाफ मामला दर्ज़ किया गया था. आरएसएस के एक स्थानीय कार्यकर्ता ने ये मामला दर्ज़ करवाया था. दरअसल राहुल ने कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या में RSS का हाथ हो सकता है. भिवंडी की अदालत मे राहुल पर 2018 में आरोप तय किए गए थे. हालांकि फरवरी 2023 में इस मामले में बहस के बाद राहुल गांधी ने व्यक्तिगत पेशी से छूट मांगी थी. इसके अलावा भी उनपर साल 2018 के कांग्रेस अधिवेशन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ की गई टिप्पणी को एकर झारखंड हाई कोर्ट में केस दर्ज़ किया गया था. इस मामले में कोर्ट ने राहुल गांधी को दी राहत बरकरार रखी है.
चुनाव आयोग में दायर (साल 2019) राहुल गंधी के हलफनामे के मुताबिक, उनपर फिलहाल पांच केस हैं. लेकिन उनकी मां और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी केस चल रहा है .सोनिया गांधी भी इस समय जांच और कोर्ट की सुनवाई का सामना कर रही हैं. जिसमें सबसे पहला नाम नेशनल हेराल्ड केस का है जिसे लेकर ED जांच कर रही है. इस मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने दिसंबर 2015 में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को 50-50 हजार के मुचलके पर जमानत दी थी.
इतना ही नहीं गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा भी जांच और कोर्ट की कार्रवाई झेल रहे हैं. 275 बीघा जमीन के खरीद-फरोख्त से जुड़े मामले को लेकर इस समय ईडी जांच कर रही है. जमीन को बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के विस्थापित लोगों को अलॉट किया जाना था जिसे गलत तरीके से खरीद लिया गया. जोधपुर कोर्ट में बीकानेर लैंड डील मामले में सुनवाई चल रही है.
बात 12 जून 1975 की है जब सुबह के 10 बजे इलाहाबाद हाई कोर्ट के कोर्ट रूम नंबर 24 में खचाखच भीड़ थी. क्योंकि थोड़ी ही देर में वह ऐतिहासिक फैसला आने वाला था जो देश की राजनीति को अगले ही पल बदलने वाला था. कई दौर की सुनवाई के बाद जस्टिस जगमोहन सिन्हा ने अपना सिर उठाया और कम शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा- इंदिरा गांधी रायबरेली में हुए चुनाव में धांधली की दोषी पाई गई हैं, उनका ये चुनाव रद्द कर उन्हें इस मामले में दोषी पाया जाता है. 48 साल पहले की इस घटना को एक बार फिर इसलिए दोहराया जा रहा है क्योंकि राहुल गांधी भी एक मामले में दोषी करार दिए गए हैं. इसके अलावा भी गांधी परिवार के कई ऐसे सदस्य रहे हैं जिनपर दोष सिद्ध हो चुके हैं.
Mumbai में बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार में हुई चोरी, चोरों ने लाखों के गहनों पर किया हाथ साफ
Amritpal Singh की गिरफ्तारी को लेकर ‘वारिस पंजाब दे’ के वकील का दावा, ‘हो सकता है एनकाउंटर’