इस साल पीएम मोदी ने भारत के साथ अन्य देशों के रिश्ते को मजबूत करने के लिए कई विदेश यात्राएं की। आइए 2024 के अंत में इन यात्राओं पर एक नजर डालते हैं।
नई दिल्ली। विदेशी धरती पर अपनी छाप छोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 में दुनिया भर के देशों की कई यात्राएं की। आइए 2024 के अंत में इन यात्राओं पर एक नजर डालते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल की शुरुआत मार्च के महीने में भूटान की यात्रा से की। वे देश की ‘पड़ोसी पहले’ नीति के तहत भूटान के साथ भारत के अनूठे संबंधों को और मज़बूत करने के लिए दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर गए।
जून में मोदी जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में भाग लेने और विश्व नेताओं के साथ कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करने के लिए इटली गए। बैठक में, मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप सहित वैश्विक मंचों और बहुपक्षीय पहलों में सहयोग को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।
जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मास्को की दो दिवसीय यात्रा की। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी शिखर वार्ता अशांत वैश्विक माहौल को देखते हुए ऐतिहासिक रही।
मास्को के बाद मोदी ने ऑस्ट्रिया का भी दौरा किया ताकि अपने द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा किया जा सके।
रूस के बाद मोदी यूक्रेन गए और यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की से बातचीत की और यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष का समाधान खोजने के लिए एक-दूसरे के साथ जुड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मोदी ब्रुनेई दारुस्सलाम गए, जहां उन्होंने सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया से मुलाकात की। इस यात्रा का उद्देश्य ब्रुनेई के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करना था। इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 40 वर्ष पूरे होने का भी प्रतीक चिह्न बनाया।
नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष संयुक्त राज्य अमेरिका का भी दौरा किया तथा विलमिंगटन, डेलावेयर में चौथे क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया, जिसकी मेजबानी जो बिडेन ने की।
शिखर सम्मेलन में नेताओं ने पिछले एक वर्ष में क्वाड द्वारा प्राप्त प्रगति की समीक्षा की तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों को उनके विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आगामी वर्ष के लिए एजेंडा निर्धारित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाओस का दौरा किया तथा अपने लाओस समकक्ष सोनेक्से सिफांडोन के साथ उपयोगी चर्चा की। इन वार्ताओं का उद्देश्य आर्थिक तथा रक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों सहित दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करना था।
मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22-23 अक्टूबर 2024 को रूस की यात्रा पर गए। वे रूस की अध्यक्षता में कज़ान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल हुए।
मोदी राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू के निमंत्रण पर नाइजीरिया गए। यह 17 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नाइजीरिया की पहली यात्रा थी।
नाइजीरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना दूसरा सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, ग्रैंड कमांडर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ द नाइजर दिया, जिससे वे यह सम्मान पाने वाले दूसरे विदेशी गणमान्य बन गए।
इसके बाद वे गुयाना दौरे पर गए, जहां उन्होंने रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, दवा और कृषि के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
इसके बाद मोदी 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील गए, जहां उन्होंने ब्राजील, चिली और अर्जेंटीना के राष्ट्रपतियों से मुलाकात की और रक्षा, ऊर्जा, जैव ईंधन और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
2024 की अपनी अंतिम विदेश यात्रा में मोदी कुवैत गए और दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों को मजबूत करने में उनकी भूमिका के लिए उन्हें कुवैत के सर्वोच्च सम्मान – ‘ऑर्डर ऑफ मुबारक अल-कबीर’ से सम्मानित किया गया।
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