नई दिल्ली: पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर भारत में विपक्ष ने चुप्पी साधी हुई है. किसी भी बड़े विपक्षी नेता ने अभी तक बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए शब्द नहीं कहा है. जिसे लेकर सियासत तेज हो गई है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आरोप लगाया है कि वोट बैंक को साधने के लिए विपक्ष ने अपनी जुबान सिल ली है. उसे बांग्लादेशी हिंदुओं का दर्द नहीं दिखाई दे रहा है.
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रही हिंसा को लेकर भारत में लोग गुस्से में हैं. लोगों ने इस मामले में सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की है. इस बीच एक मौलाना ने बांग्लादेशी हिंदुओं को अल्टीमेटम दिया है. उसने कहा है कि अगर बांग्लादेश के हिंदुओं ने जल्द इस्लाम नहीं अपनाया तो उन्हें जड़ से मिटा दिया जाएगा. अबू नज्म फर्नांडो बिन अल-इस्कंदर नाम का ये मौलाना खुद को इस्लामिक विद्वान बताता है. उसने हिंदुओं पर कहर ढा रहे इस्लामिक कट्टरपंथियों से अपील की है कि बांग्लादेश को सनातनी धर्मियों से मुक्त कर दो.
मौलाना अल-इस्कंदर ने कहा है कि अब बांग्लादेशी हिंदुओं के पास दो ही विकल्प हैं. या तो वे मौत को गले लगा लें, या फिर इस्लाम धर्म को कबूल कर ले. मौलाना ने अपनी बात को तार्किक बनाने के लिए इस्लामी कानून का भी हवाला दिया है. उसने कहा कि अहले सुन्ना इस्लामी कानून की चार में तीन विचारधाराएं ये कहती हैं कि अब हिंदुओं के पास सिर्फ दो विकल्प हैं. पहली तलवार और दूसरी वे इस्लाम अपनाएं.