दो साल पहले बिहार सरकार ने राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाया था इसे ताक पर रखकर शराबियों ने शराब की खरीद फरोख्त का रास्ता निकाल लिया है. प्रदेश में कोडवर्ड के जरिए शराब की बिक्री की जा रही है. इस खबर में जानिए कुछ ऐसे ही कोडवर्ड...
पटनाः शराबबंदी के दौरान भी अगर आपको बिहार में शराब चाहिए तो उसके लिए ज्यादा कुछ नहीं बस आपको कुछ कोड वर्ड याद करने होंगे और कुछ रुपया चुकाना होगा. प्रदेश सरकार के शराब पर बैन लगाने के बाद भी शराब की बिक्री बड़े आराम से हो रही है. शराब की बिक्री के लिए प्योर मिल्क और बेचारा जैसे कई कोडवर्ड का इस्तेमाल हो रहा है.
राज्य के शहरी क्षेत्रों में जहां ‘प्योर मिल्क’ के नाम से शराब की बिक्री होती है तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में ‘बेचारा’ नाम का कोडवर्ड दिया गया है. जबकि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जहांगीर, फकरुद्दीन, घफूर और अररिया में नेपाल नाम के कोडवर्ड से शराब को बेचा जा रहा है. एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि एक लीटर प्योर मिल्क का मतलब है कि एक बड़ी बोतल शराब.
बता दें कि बिहार में दो साल पहले सरकार ने शराब को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया था और शराब पीने, बांटने या स्टोर करने पर दस साल की सजा का ऐलान किया था. लेकिन जमीनी स्तर पर हालात कुछ और ही हैं, प्रदेश में शराब आसानी से मिल रही है और वो भी महंगे दामों पर.
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