नई दिल्लीः इजरायल और हमास की युद्ध की आंच अब मिडिल ईस्ट से बाहर यूरोप तक पहुंच गई है। इस वजह से फ्रांस की राजधानी पेरिस में 1,80,000 से अधिक लोगों ने प्रदर्शन कर मार्च निकाला गया। अकेले पेरिस में ही एक लाख से ज्यादा लोग जुट गए है। हालांकि लोगों का यह मॉर्च शांतिपूर्ण […]
नई दिल्लीः इजरायल और हमास की युद्ध की आंच अब मिडिल ईस्ट से बाहर यूरोप तक पहुंच गई है। इस वजह से फ्रांस की राजधानी पेरिस में 1,80,000 से अधिक लोगों ने प्रदर्शन कर मार्च निकाला गया। अकेले पेरिस में ही एक लाख से ज्यादा लोग जुट गए है। हालांकि लोगों का यह मॉर्च शांतिपूर्ण रहा। गाजा में हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध के बीच बढ़ती यहूदी विरोधी भावना के खिलाफ यह मार्च निकाला गया। बता दें कि इससे पहले फिलिस्तीनी समर्थकों ने भी फ्रांस में प्रदर्शन किया था।
हालांकि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस दौरान मौजूद नहीं रहे लेकिन उन्होंने अपना समर्थन व्यक्त करते हुए लोगों से यहूदी विरोधी भावनाओं के खिलाफ खड़े होने की अपील की। वहीं धुर वामपंथी नेता फ्रांस अनबोएड पार्टी के नेता जीन-ल्यूक मेलेनचोन ने इस प्रदर्शन से दूरी बनाए रखी। बीते सप्ताह उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा था कि गाजा में हो रहे नरसंहार को बिना शर्त समर्थन देने के समर्थक दोस्तों की एक बैठक होगी। वहीं पेरिस में हुए प्रदर्शन में किसी तरह की हिंसा की सूचना नहीं है।
बता दें कि इजरायल और हमास की जंग में मरने वाले की संख्या 11 हजार से ज्यादा हो गई है। हाल के समय में मात्र एक महीने के संघर्ष में इतने ज्यादा लोगों की मौत इस जंग में विभीषिका को दर्शाती है। हालांकि इस जंग में मिडिल ईस्ट के देश पूरी तरह से फिलिस्तीन के सपोर्ट में है। साथ ही गाजा में इजरायल के हमले को गलत ठहराने वाले मुस्लिम देशों में इजरायल के विरोध में और हमास के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे है।