नई दिल्ली : तीन महीने के बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती दिल्ली आई हैं. इससे पहले मायावती यूपी नगरीय चुनाव और भतीजे आनंद की शादि के समय दिल्ली आई थी. ये दौरा उनका काफी अहम माना जा रहा है. कुछ महीने बाद मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा का चुनाव होने वाले […]
नई दिल्ली : तीन महीने के बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती दिल्ली आई हैं. इससे पहले मायावती यूपी नगरीय चुनाव और भतीजे आनंद की शादि के समय दिल्ली आई थी. ये दौरा उनका काफी अहम माना जा रहा है. कुछ महीने बाद मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा का चुनाव होने वाले है. राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक करेंगी. इसी के साथ पूर्व सीएम मायावती अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अन्य दलों के साथ बैठक करेंगी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती दिल्ली में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के नेताओं के साथ गठबंधन को लेकर भी चर्चा करेंगी. इसी के साथ पार्टी के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगी. काफी लंबे के समय के बाद मायावती का दिल्ली आना हुआ है. उत्तर प्रदेश में हुए निकाय चुनाव में बसपा ने काफी खराब प्रदर्शन किया था. पूर्व सीएम ने संगठन में बदलाव के भी संकते दिए थे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अगस्त तर उत्तर प्रदेश में हर जिले में कैंडर कैंप लगाने का जिम्मा पदाधिकारियों को सौंपा था.
कुछ महीने बाद चार राज्यों में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. मायावती ने बसपा की नेशनल कोआर्डिनेटर की जिम्मेदारी भतीजे आनंद को सौंपी है. चार राज्यों में होने वाल विधानसभा चुनाव में बसपा कुछ प्रत्याशियों को उतार सकती है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि मायावती भाजपा से गठबंधन करने की कोशिश करेगी क्योंकि पिछले साल उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा ने बहुत ही खराब प्रदर्शन किया था सिर्फ एक सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बसपा का खाता भी नहीं खुला था वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा से गठबंधन करने के बाद 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
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