पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी दिल्ली के एम्स में 11 जून से भर्ती हैं. उन्हें किडनी और सीने में इन्फेक्शन है. वह फिलहाल लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं. एम्स ने कहा है कि उनकी हालत में कोई सुधार नहीं है. उनकी तबीयत जानने के लिए बीजेपी समेत अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता पहुंचे हैं.
नई दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. दिल्ली के एम्स में पिछले कई महीनों से उनका इलाज चल रहा है. वह किडनी और छाती में इन्फेक्शन से जूझ रहे हैं. पूरे देश में उनके स्वास्थ्य के लिए दुआएं और हवन किए जा रहे हैं. इस बीच उनकी भतीजी ने कहा कि वह उन्हें एक बार फिर भाषण देते देखना चाहती हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए कांति मिश्रा रो पड़ीं और कहा, ‘मैं भगवान से उनकी सलामती के लिए प्रार्थना कर रही हूं और उन्हें एक बार फिर भाषण देते देखना चाहती हूं”. मैं और मेरा परिवार कभी उन्हें अपनी यादों से भुला नहीं पाएगा. मुझे उम्मीद है कि वे जल्द स्वस्थ होंगे.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एम्स पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य का हालचाल जाना. अस्पताल के बयान के अनुसार, वाजपेयी को एम्स में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. वह 11 जून से एम्स में हैं. केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “मैंने और मनीष सिसोदिया जी ने अस्पताल जाकर अटल जी का हालचाल जाना.
हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.” भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने गुरुवार सुबह एम्स पहुंचकर वाजपेयी का हालचाल जाना. इसके अलावा उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, कृषि मंत्री राधा मोहन सिह, पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी एम्स पहुंचे.
वाजपेयी मधुमेह के मरीज हैं और उनका 11 जून से एम्स में इलाज चल रहा है. वाजपेयी (92) का जन्म 1924 में हुआ था और उनका एम्स में डॉ. रणदीप गुलेरिया की निगरानी में इलाज चल रहा है, जो एम्स के निदेशक भी हैं. वाजपेयी को 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है.
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