जयपुरः राजस्थान में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने गहलोत सरकार पर हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे कैबिनेट से हटाए या जेल भेजे , जनता मेरे साथ खडी़ है और मै उनके लिए काम करता रहूंगा।राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि अपनी बर्खास्तगी को लेकर वह विधानसभा […]
जयपुरः राजस्थान में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने गहलोत सरकार पर हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे कैबिनेट से हटाए या जेल भेजे , जनता मेरे साथ खडी़ है और मै उनके लिए काम करता रहूंगा।राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि अपनी बर्खास्तगी को लेकर वह विधानसभा में सीएम गहलोत से वन टू वन जवाब मांगेंगे। गहलोत सरकार को आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में अराजकता का माहौल हैं और सीएम का इकबाल खत्म हो गया है। राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि जब तक सांस चलेगी, बोलता रहूंगा, चाहे मुझे जेल में ही क्यों ना डाल दें।
गुढ़ा ने कहा है कि मै मंत्रिमंडल की बैठक में भी बोलता रहा हू और विधानसभा में भी बोलता रहा हू।इन्होंने कानून बना दिया है, की आक्रोश में कोइ दाह-संस्कार करता है तो उसे आप जेल में डाल देंगे।आंकडे बोल रहे है कि राजस्थान महिला उत्पीड़न में नंबर वन है। रिपोर्ट कह रही है कि राजस्थान में महिलाओं की क्या स्थिति है। राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त करने से कुछ नहीं होगा। गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमें मणिपुर के बजाय अपने गिरेबां में झांकना चाहिए ।
गुढ़ा झुंझुनूं जिले की उदयपुरवाटी विधानसभा सीट से विधायक हैं।वे पहली बार बसपा से चुनाव लड़कर जीते थे।चुनाव जीतने के बाद अपनी पार्टी के विधायकों के साथ गहलोत सरकार में शामिल हो गए थे। गहलोत सरकार में वे राज्यमंत्री थे। साल 2018 में भी उन्होंने गहलोत सरकार को समर्थन दिया था।उसके एक साल बाद ही सितंबर 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।उनको दूसरी बार मंत्री बनाया गया था।