ICICI बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर जेल से निकलीं, लोन फ्रॉड मामले में हुई थी गिरफ्तारी

मुंबई। सीबीआई ने वीडियोकॉन-आईसीआईसीआई बैंक (ICIC) 2022 ऋण धोखाधड़ी मामले में पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक चंदा कोचर को 23 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। अब वो जेल से निकल गई है। कोर्ट ने उन्हें 1 लाख जमा करने पर जमानत दी थी। बता दें कि इससे पहले सोमवार को बंबई उच्च […]

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ICICI बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर जेल से निकलीं, लोन फ्रॉड मामले में हुई थी गिरफ्तारी

Vaibhav Mishra

  • January 10, 2023 1:43 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई। सीबीआई ने वीडियोकॉन-आईसीआईसीआई बैंक (ICIC) 2022 ऋण धोखाधड़ी मामले में पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक चंदा कोचर को 23 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। अब वो जेल से निकल गई है। कोर्ट ने उन्हें 1 लाख जमा करने पर जमानत दी थी। बता दें कि इससे पहले सोमवार को बंबई उच्च न्यायालय ने चंदा कोचर और उनके पती दिपक कोचर को ऋण धोखाधड़ी के मामले में जमानत दी थी। अदालत ने कहा था कि उनकी गिरफ्तारी कानून के अनुसार नहीं थी।

न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति पी. के. चव्हाण की बेंच ने कहा था कि कोचर की गिरफ्तारी दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 41ए का उल्लंघन है, जिसके तहत संबंधित पुलिस अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए नोटिस भेजना अनिवार्य है।

जानिए क्या है पूरा मामला….

आईसीआईसीआई बैंक लोन धोखाधड़ी मामले मे चंदा कोचर पर मार्च 2018 में अपने पति को आर्थिक फायदा पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था। अब मंगलवार को आईसीआईसीआई बैंक धोखाधड़ी मामले में बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को रिहा कर दिया गया है। सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि, उनकी गिरफ्तारी कानून के अनुसार नहीं हुई थी। इसके साथ ही कोर्ट ने चंदा कोचर और उनके पति को रिहा करने का आदेश दिया था।

पद का दुरुपयोग करने का आरोप

गौरतलब है कि चंदा कोचर पर मार्च 2018 में पति को आर्थिक फायदा पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था। बता दें कि, चंदा उस कमेटी का हिस्सा नहीं थीं, जिसने 26 अगस्त 2009 को बैंक द्वारा वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स को 300 करोड़ रुपये और साथ ही 31 अक्टूबर 2011 को वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को 750 करोड़ रुपये देने की मंजूरी दी थी। कमेटी के इस फैसले से बैंक के रेगुलेशन और पॉलिसी का उल्लंघन किया गया था।

ईडी ने मई 2020 मे चंदा कोचर और उनके पति से करोड़ो रुपये के लोन और इससे जुड़े कई मामलें मे पुछताछ भी की थी। यह लोन ICICI बैंक ने वीडियोकॉन को 2009 और 2011 में दिया था। इस मामले में CBI ने भी FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। इसके बाद ईडी ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को भी गिरफ्तार किया था।

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