Shah Faesal Jammu and Kashmir People's Movement: पूर्व आईएएस अफसर शाह फैसल ने अपनी राजनीतिक पार्टी "जम्मू एंड कश्मीर पीपल्स मूवमेंट'' का ऐलान कर दिया है. इस दौरान उनकी पार्टी में दिल्ली की जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी की पूर्व छात्र नेता शहला राशिद समेत कई लोग शामिल हुए हैं.
श्रीनगर. जम्मू कश्मीर के रहने वाले पूर्व आईपीएस अफसर शाह फैसल ने अपनी राजनीतिक पार्टी “जम्मू एंड कश्मीर पीपल्स मूवमेंट” को लॉन्च कर दिया है. दिल्ली जेएनयू की पूर्व नेता शहरा राशिद समेत कई लोग फैसल की नई पार्टी में शामिल हुए हैं. पार्टी की घोषणा करते हुए फैसले ने कहा कि उन्होंने पहले सोचा था कि वे राज्य के किसी भी बड़े दल में शामिल हो जाएंगे. लेकिन लोगों की इन पार्टियों के प्रति नकारात्मकता देख, खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला किया. शाह फैसले कहा कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर में युवाओं के लिए एक नया मंच है.
शाह फैसल ने कहा कि उनकी पार्टी कश्मीर के शांतिपूर्ण समाधान के लिए कार्य करेगी. उन्होंने कहा कि कश्मीर में रहने वाले लोगों की इच्छा के अनुसार, वे सिल्ट रुट की फिर से शुरुआत करेंगे. शाह फैसल ने आगे कहा कि जो भी ताकतें धर्म के आधार पर जम्मू-कश्मीर को बांटने की कोशिश कर रही हैं, उनकी पार्टी उन सभी ताकतों से लड़ाई लेगी.
शाह फैसल ने आगे कहा कि उनकी पार्टी युवाओं, स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करेगी, वहीं राज्य में पनपे भ्रष्टाचार को खत्म करने की कोशिश करेगी. वहीं शाह फैसले ने किसी नेता का नाम लिए बगैर कहा कि जो लोग पहले मुझे अपनी राजनीतिक पार्टी में शामिल करना चाहते थे. आज वे मुझे बीजेपी और आरएसएस का एजेंट कर रहे हैं.
शाह फैसल ने कहा कि उनकी पार्टी का उद्देश्य सभी धर्म और जातियों के लोगों के एक मंच देना है. शाह फैसल ने कहा कि कश्मीरी पंडित जम्मू कश्मीर की संस्कृति का हिस्सा हैं और उन्हें घाटी में लौटाना चाहिए. शाह फैसल ने आगे कहा कि जब तक कश्मीर में हालात बेहतर नहीं होते, अमन शांति नहीं आती, तब तक वहां विकास का कोई लाभ नहीं होगा. लेकिन इसके प्रति अधिक से अधिक युवाओं को जागरुक होना जरूरी है.
वहीं शाह फैसल ने कहा कि वे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की राजनीति से काफी प्रभावित हैं. शाह फैसल ने कहा कि इन दोनों ने जब राजनीति की शुरुआत की तो उन्होंने जिस अंदाज से परेशानियों को झेला, उन्हें भी उसी तरह से इन सभी चुनौतियों से पार निकलना है. शाह फैसल ने कहा कि वे राजनीति में कुछ पाने के लिए बल्कि करने के लिए आए हैं.