बिहार: बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है. अपराधियों ने दिनदहाड़े एक युवक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. हत्या की ये घटना मोतिहारी नगर के भीड़-भाड़ वाले रास्ते गायत्री मंदिर के पास हुई है. बाइक से जा रहे युवक पर अपराधियों ने गोलियों से ताबड़तोड़ फायरिंग […]
बिहार: बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है. अपराधियों ने दिनदहाड़े एक युवक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. हत्या की ये घटना मोतिहारी नगर के भीड़-भाड़ वाले रास्ते गायत्री मंदिर के पास हुई है. बाइक से जा रहे युवक पर अपराधियों ने गोलियों से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए. इस घटना के बाद गुस्साए लोगों ने मोतिहारी सदर अस्पताल के सामने भीड़ इखट्टी कर सड़क को जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
मृतक की पहचान गाँव के पूर्व मुखिया नरेन्द्र सिंह के पुत्र कुणाल के रूप में हुई है. पूर्व मुखिया का परिवार मोतिहारी जिले में रहता है. नरेन्द्र सिंह के पुत्र कुणाल सिंह ठेकेदारी किया करते थे. मोतिहारी घर से मीना बाजार जाने के दौरान कुणाल सिंह की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई. इसके पहले 16 अप्रैल 2005 को मुखिया नरेन्द्र सिंह और उनके सबसे छोटे बेटे गुंजन सिंह की भी अपराधियों ने हत्या कर दी थी.
मिली जानकारी के मुताबिक, कि पंचायती में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर मुखिया नरेन्द्र सिंह की हत्या की गई थी, जिसके बाद से उनका परिवार मोतिहारी के अगरवा मुहल्ला में रहता था. बुधवार को हुई हत्या के तीन घन्टे बाद भी पुलिस के नहीं पहुंची जिसके फलस्वरूप स्थानीय लोगों ने सदर अस्पताल के सामने सड़क पर भीड़ इकट्ठी कर जाम लगा दिया था.
सामाजिक कार्यकर्ता रविरंजन के मुताबिक, कुणाल की दो साल पहले शादी हुई थी. वो पेशे से ठेकेदारी किया करता था. उन्होंने बताया कि घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है. मृतक कुणाल के चाचा राजेश सिंह ने बताया कि कुणाल की किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी.
इस मामले में सदर SDPO अरुण कुमार ने बताया कि हत्या के कारणों की जानकारी नहीं मिल सकी है लेकिन आपसी विवाद ही हत्या का कारण है. उन्होंने कहा कि पुलिस टीम अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है और इस केस को जल्दी ही मामले को सुलझा लिया जायेगा।