मुंबई: पूर्व केंद्रीय बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि अगर भारत की आर्थिक वृद्धि 6 प्रतिशत से अधिक नहीं हुई, तो ये 2047 तक मध्यम से निम्न अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. बता दें कि हैदराबाद में मंथन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजन ने कहा कि अगर देश तेजी से विकास नहीं करता है, तो […]
मुंबई: पूर्व केंद्रीय बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि अगर भारत की आर्थिक वृद्धि 6 प्रतिशत से अधिक नहीं हुई, तो ये 2047 तक मध्यम से निम्न अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. बता दें कि हैदराबाद में मंथन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजन ने कहा कि अगर देश तेजी से विकास नहीं करता है, तो ये अमीर होने से पहले (जनसांख्यिकीय रूप से) बूढ़ा हो जाएगा.
पूर्व केंद्रीय बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि चालू वित्त साल की पहली छमाही में हाल ही में घोषित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि बुनियादी ढांचे पर खर्च और दुनिया की मुख्य अर्थव्यवस्थाओं के मजबूत प्रदर्शन के कारण थी. हाल ही राजन ने में कहा था कि भारत की ऊंची विकास दर के बावजूद निजी निवेश और उपभोक्ता खर्च में सुधार नहीं हुआ है. दरअसल उन्होंने कहा कि “अगर आप सोचते हैं कि हमने इस साल इतना अच्छा प्रदर्शन क्यों किया, तो इसका एक कारण ये है कि दुनिया अच्छी है.” साथ ही साल की पहली छमाही में मजबूत वृद्धि का एक अन्य कारण बुनियादी ढांचे पर भारी सरकारी खर्च है. भारत ने जुलाई और सितंबर अवधि में उम्मीद से बेहतर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का खिताब को बरकरार रखा है.
बता दें कि आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा कि कुछ दक्षिणी राज्य जनसंख्या के मामले में पीछे हैं. साथ ही जन्म दर गिरने के कारण विकास धीमा हो गया है, और राजन के अनुसार विकास की मौजूदा गति देश को बूढ़ा होने से पहले अमीर बनाने के लिए पर्याप्त नहीं है. इसके अलावा श्रम बाजार में प्रवेश करने की तैयारी कर रहे सभी लोगों को नौकरी देना पर्याप्त नहीं है.
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