बिहार कांग्रेस में पार्टी के वर्तमान कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी और पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी के बीच मनमुटाव की खबरें आती रही हैं. अशोक चौधरी के जेडीयू में शामिल होने से पहले जीतन राम मांझी ने जेडीयू को झटका दिया था. जीतन राम मांझी ने राजद से हाथ मिला लिया है.
पटना: बिहार में राजनीतिक उठापटक का दौर जारी है. हम पार्टी के अध्यक्ष जीतनराम मांझी के एनडीए से नाता तोड़ने के बाद कांग्रेस में टूट की खबर आई है. बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी ने जदयू में शामिल होने की आधिकारिक घोषणा कर दी है. बुधवार रात उन्होंने कांग्रेस के तीन विधान पार्षदों के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी है.
उन्होंने कहा है कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व को स्वीकार करते हैं, और हमारे पार्टी में शामिल होने के आग्रह को स्वीकार करने के लिए उनके आभारी हैं. कांग्रेस छोड़ने का आवेदन देने वालों में अशोक चौधरी के साथ एमएलसी तनवीर अख्तर, रामचंद्र भारती, दिलीप चौधरी का नाम है.
बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद कांग्रेस की आपसी कलह सतह पर आ गई थी. बिहार कांग्रेस में पार्टी के वर्तमान कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी और पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी के बीच मनमुटाव की खबरें आती रही हैं. कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने से पहले ही पार्टी ने उन्हें निष्काषित कर दिया था. अशोक चौधरी ने कहा कि कांग्रेस में उन्हें सम्मान नहीं मिल रहा था और उनकी अनदेखी की जा रही थी. इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार को बेहतरीन मुख्यमंत्री बताया. माना जा रहा है कि जल्द ही बिहार में कैबिनेट का विस्तार हो सकता है.
बता दें कि इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी जेडीयू का हाथ छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गए हैं. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने जीतन राम मांझी को पिता तुल्य बताते हुए महागठबंधन में शामिल होने का ऐलान किया था. बताया जा रहा है कि हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी राजद की मदद से अपने बेटे और एक अन्य सदस्य को राज्यसभा भेज रहे हैं.
बिहार में एनडीए को झटका, जीतन राम मांझी ने किया महागठबंधन में शामिल होने का एलान
बिहारः 9 बच्चों की हत्या के आरोपी BJP नेता मनोज बैठा ने किया सरेंडर, पटना PMCH में भर्ती