तिरंगे में तीन कलर होते हैं. इसमें केसरिया ऊपर होता है, हरा नीचे और बीच में सफेद कलर होता है. लेकिन क्रॉक्स ने इस बात पर अभी तक ध्यान नहीं दिया है और ट्वीट पर यह तस्वीर अभी तक लगी है. क्रॉक्स अमेरिकन कंपनी है जोकि भारत में तेजी से पांव पसार रही है. क्रॉक्स इंडिया महंगे कैजुअल स्लीपर्स और सैंडल भारत में बेचती है.
नई दिल्ली. तिरंगा फहराने की जल्दबाजी में अकसर लोगों द्वारा भूल हो जाने की खबरें आमतौर पर गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर सामने आती हैं. गणतंत्र दिवस पर ऐसा ही कुछ कर दिया जूते-चप्पल और स्लीपर्स के ब्रांड क्रॉक्स इंडिया ने. भारत में तेजी से पांव पसार रही प्लास्टिक स्लीपर्स और जूते बेचने वाली इस कंपनी ने ट्विटर पर अपनी टीम की तरफ से भारतवासियों को उल्टे तिरंगे के साथ गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी हैं.
दरअसल क्रॉक्स इंडिया ने ट्विटर पर तिरंगे के साथ गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी हैं, जिसमें बच्चों को तिरंगा फहराते हुए दिखाया गया है जो कि उल्टा पकड़ा हुआ है. इसमें केसरिया रंग नीचे की तरफ है वहीं हरा रंग ऊपर की तरफ है. मामला इसलिए तूल पकड़ रहा है क्योंकि एक बड़े और महंगे ब्रांड ने अपनी टीम की तरफ से गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ दी हैं, वह भी उल्टे तिरंगे के साथ. क्रॉक्स ने अभी तक तिरंगे को उल्टा दिखाने के लिए न तो माफी मांगी है और न ही दोबारा शायद उसे देखा है.
बता दें कि तिरंगे में तीन कलर होते हैं. इसमें केसरिया ऊपर होता है, हरा नीचे और बीच में सफेद कलर होता है. लेकिन क्रॉक्स ने इस बात पर अभी तक ध्यान नहीं दिया है और ट्वीट पर यह तस्वीर अभी तक लगी है. क्रॉक्स अमेरिकन कंपनी है जोकि भारत में तेजी से पांव पसार रही है.
इस कंपनी ने सितंबर 2017 में दावा किया था कि वह 2020 के अंतत कर भारत में 250 स्टोर्स खोलेगी. क्रॉक्स के उस वक्त तक 58 स्टोर्स थे और इसके प्रोडक्ट ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं. क्रॉक्स ने प्लास्टिक शूज का पेटेंट कराया हुआ है. इसके साथ ही 2014 में, कॉक्स इंडिया ने बाटा, लिबर्टी, रिलैक्सो, एक्शन और बायोवाल्ड मर्चेंडाइजिंग इंडिया के खिलाफ अपने पंजीकृत डिजाइनों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए दिल्ली हाई कोर्ट में मुकदमा दायर कराया था.
इस मामले में क्रॉक्स इंडिया को इसी साल जनवरी में ही झटका लगा है. दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि क्रॉक्स इंडिया फुटवियर डिजायन को लेकर मोनोपॉली नहीं चला सकती. हाई कोर्ट ने कहा था कि जूते के आकार, सोल आदि को लेकर कोई भी कंपनी समय के साथ बदलाव कर सकती है इसलिए उसका डिजायन पर एकाधिकार का दावा ठीक नहीं है.
Happy #RepublicDay from team Crocs! pic.twitter.com/m0hDDbWmmc
— Crocs India (@CrocsIndia) January 26, 2018