नई दिल्ली: यमुना के उफान के चलते राजधानी दिल्ली के कई नए इलाकों में पानी भरने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गईं है। इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास नाले में दरार आने और इसका रेगुलेटर क्षतिग्रस्त होने से सुप्रीम कोर्ट परिसर के नजदीक तक पानी पहुंच चुका है। वहीं हालात को संभालने के लिए एनडीआरएफ […]
नई दिल्ली: यमुना के उफान के चलते राजधानी दिल्ली के कई नए इलाकों में पानी भरने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गईं है। इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास नाले में दरार आने और इसका रेगुलेटर क्षतिग्रस्त होने से सुप्रीम कोर्ट परिसर के नजदीक तक पानी पहुंच चुका है। वहीं हालात को संभालने के लिए एनडीआरएफ के साथ सेना की सहायता ली और कल शुक्रवार देर शाम तक पानी रोकने के लिए बनाई जा रही दीवार का 80 फीसदी काम पूरा कर लिया गया। रिंग रोड के साथ कई मार्ग अभी भी बंद हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है।
इस दौरान बाढ़ के पानी में 3 बच्चे डूब गए। बरसात के आसार को देखते हुए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर दिया है। इसके अलावा यमुना का जलस्तर गुरुवार (13 जुलाई) को 208.66 मीटर था, जो शुक्रवार शाम 5 बजे 208.20 मीटर पर आ चुका है। वहीं हालात नियंत्रित करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
राजधानी दिल्ली से अन्य शहरों के लिए चलने वाली अधिकांश लोकल और लंबी दूरी की कई ट्रेनें कल शुक्रवार (14 जुलाई) को निरस्त रहीं। वहीं शनिवार को पुरानी दिल्ली-अंबाला एक्सप्रेस, नई दिल्ली-देहरादून जनशताब्दी एक्सप्रेस, पुरानी दिल्ली-फाजिल्का एक्सप्रेस, ऊना जनशताब्दी एक्सप्रेस, कोटद्वार जनशताब्दी, पुरानी दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेस के साथ कई लोकल ट्रेनें निरस्त रहेंगी।
पंजाब के कई गांव पानी में डूब गए हैं। जम्मू कश्मीर, हिमाचल और हरियाणा से भी पानी आ रहा है, लेकिन अतिरिक्त पानी को अब न तो हरियाणा लेने को तैयार है और न ही राजस्थान। वहीं मजबूरन रावी और सतलुज नदी से 5 लाख क्यूसेक पानी पाकिस्तान की ओर छोड़ना पड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए केंद्र सरकार ने पाकिस्तान से संपर्क किया है ताकि बाढ़ की स्थिति को टाला जा सके।
दरअसल BSF की 12 चौकियां पूरी तरह से जलमग्न हो गईं है। इतना ही नहीं हालत यह है कि बीएसएफ जवान नावों के जरिए पेट्रोलिंग कर रहे हैं। साथ ही 3-4 फीट पानी में निगरानी रख रहे हैं। सेना के साथ मिलकर BSF जवान 3 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा चुके हैं।