Congress’s crisis:पहले अध्यक्ष पद की लड़ाई, फिर राजस्थान संकट, अब कैसे पूरी होगी भारत जोड़ो यात्रा?

नई दिल्ली: कांग्रेस की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं है। पार्टी से वरिष्ठ नेताओं का पलायन, अध्यक्ष पद को लेकर नेताओं की बढ़ती महात्वाकांक्षा पार्टी को अस्थिर बना रही हैं। इन वजहों से काग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा अधर में लटकती हुई दिखाई पड़ रही है। अध्यक्ष पद बनने की होड़ हर नेता […]

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Congress’s crisis:पहले अध्यक्ष पद की लड़ाई, फिर राजस्थान संकट, अब कैसे पूरी होगी भारत जोड़ो यात्रा?

Satyam Kumar

  • September 27, 2022 11:55 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: कांग्रेस की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं है। पार्टी से वरिष्ठ नेताओं का पलायन, अध्यक्ष पद को लेकर नेताओं की बढ़ती महात्वाकांक्षा पार्टी को अस्थिर बना रही हैं। इन वजहों से काग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा अधर में लटकती हुई दिखाई पड़ रही है।

अध्यक्ष पद बनने की होड़

हर नेता को पार्टी का सदस्य होने के नाते बड़े दायित्वों की आशा रहती हैं। इसलिए कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की होड़ में लगे हैं। अध्यक्ष पद चुनाव लड़ने वाले नेताओं में अशोक गहलोत, शशि थरूर, मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे एवं केसी वेणुगोपाल अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। अब इस सूची में दिग्विजय सिंह का नाम भी जुड़ रहा है।

भारत जोड़ो यात्रा

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा लोगों से जुड़ने की मुहिम बताई जा रही थी। ऐसे में विपक्षी दल सवाल उठा रहे है कि आंतरिक रूप से बिखड़ी हुई कांग्रेस किस आधार पर देश जोड़ने की बात कर रही हैं। वहीं असम के मुख्यमंत्री ने इस यात्रा को पाकिस्तान में चलाने की सलाह दी।

यात्रा केरल से कर्नाटक पहुंचेगी

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई। यात्रा में 3,570 किलोमीटर की दूरी तय होगी। बता दें कि 10 सितंबर की शाम को केरल में पहुंच चुकी है। कांग्रेस का यह काफिला केरल में 450 किलोमीटर की दूरी तय करके 1 अक्टूबर को कर्नाटक में प्रवेश करेगी।

असम में भी हुई झड़प

एक नवंबर तक भारत जोड़ो यात्रा का कारवां असम में पहुंचने के आसार है। इसी यात्रा की तैयारी को लेकर चर्चा करने के लिए धुबरी जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं पार्टी कार्यालय पर एकत्रित हुए। इसी दौरान कांग्रेस के दो गुटों में तकरार हो गया। हालांकि कांग्रेस के स्थानीय कांग्रेस विधायक वाजिद अली चौधरी ने मामले पर अब सबकुछ सही होने की बात कही है। नेता के अनुसार एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर आरोप लगाए जिसको लेकर विवाद हो गया।

लोगों में बढ़ रही दुविधाएं

कांग्रेस में बढ़ती असमंजस को लेकर आम लोगों में दुविधाएं में बढ़ रही है। लोग यह सोचने पर मजबूर हो उठे कि क्या कांग्रेस की भी नई जिम्मेदारी के लिए तैयार है? एक तरफ लोगों को जोड़ने का कार्यक्रम, तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी के अंदर बढ़ती दूरियों को लेकर तरह-तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं।

 

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