Advertisement

पहले चिराग और अब जयंत ने दिखाए बागी तेवर, सरकार बनने के 2 महीने में ही टूटेगा NDA?

नई दिल्ली: केंद्र में लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी सरकार बने हुए 2 महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है. इस बीच सत्ताधारी एनडीए गठबंधन में शामिल कई दलों ने सरकार के फैसलों पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. पिछले दिनों जहां यूपीएससी में लेटरल एंट्री के मुद्दे पर एलजेपी (राम विलास) के […]

Advertisement
पहले चिराग और अब जयंत ने दिखाए बागी तेवर, सरकार बनने के 2 महीने में ही टूटेगा NDA?
  • August 22, 2024 11:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: केंद्र में लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी सरकार बने हुए 2 महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है. इस बीच सत्ताधारी एनडीए गठबंधन में शामिल कई दलों ने सरकार के फैसलों पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. पिछले दिनों जहां यूपीएससी में लेटरल एंट्री के मुद्दे पर एलजेपी (राम विलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने सरकार को असहज करने वाले बयान दिए थे. वहीं अब राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के एक फैसले पर अपनी आपत्ति जताई है.

इस फैसले पर जताई आपत्ति

आरएलडी के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने यूपी में योगी सरकार के धर्मांतरण विरोधी कानून में संशोधन के फैसले का विरोध किया है. बता दें कि बीते दो महीने में यह दूसरा मौका है जब जयंत ने योगी आदित्यनाथ सरकार के फैसले पर अपना विरोध जताया है. इससे पहले उन्होंने कांवड़ यात्रा के दौरान योगी सरकार के नेम प्लेट लगाने वाले फैसले के खिलाफ बयान दिया था.

योगी सरकार को दी नसीहत

बता दें कि एक अंग्रेजी समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने योगी आदित्यनाथ सरकार को नसीहत दी है. उन्होंने कहा है कि नीति निर्माताओं को यह बात समझनी चाहिए कि हमारी नीति का गलत असर भी हो सकता है. भले ही हमारा इरादा अच्छा हो लेकिन अगर वह प्रभावी नहीं हो तो फिर पूरा काम बेकार है. ऐसे ही अंतरधार्मिक विवाह के लिए सरकार की मंजूरी वाला कानून वास्तव में चिंता का विषय है.

यह भी पढ़ें-

एनडीए सरकार को लेकर ITV के सर्वे में सामने आई ये बात

Advertisement