नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने टेरर लिंक में लिप्त जम्मू कश्मीर के 3 सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्त कर्मचारियों में पुलिस का एक कांस्टेबल फिरदौस भट्ट भी है। फिरदौस पुलिस में रहकर आतंकी संगठन लश्कर के लिए काम करता था। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद तुंरत एक्शन लेते हुए एक पुलिस कांस्टेबल, एक शिक्षक और वन विभाग के एक अर्दली को बर्खास्त कर दिया।
बता दें कि तीनों कर्मचारी आतंकवाद से जुड़े मामलों में जेल में बंद हैं। इतनी बड़ी कार्रवाई उपराज्यपाल की अध्यक्षता में सुरक्षा समीक्षा की बैठक के एक दिन बाद की गई है। बैठक के दौरान उपराज्यपाल ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया कि परदे के पीछे छिपे आतंकी तंत्र को बेअसर करने के लिए आतंक विरोधी अभियान में तेजी लाया जाए। आतंकवाद का समर्थन करने वाले और वित्तपोषित हर अपराधी और समर्थक को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
फिरदौस अहमद साल 2011 में कांस्टेबल बन गया था। उसे मई 2024 में गिरफ्तार किया गया था। वर्तमान में भलवाल जेल में बंद है। उसने लश्कर के आतंकी को गोला-बारूद मुहैया कराया था। निसार अहमद खान अनंतनाग के वन रेंज कार्यालय में अर्दली के तौर पर नियुक्त था। वह गुप्त रूप से हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल था और अलगाववादी ताकतों के साथ मिलकर देश को नुकसान पहुंचा रहा था। तीसरा आरोपी अशरफ भट शिक्षक था। शिक्षक होने के बाद भी वह लश्कर-ए-तैयबा के प्रति वफादार था। साल 2022 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
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