गुजरात के पंचमहल जिले में पिंगली गांव में पारंपरिक रूट से जा रही दलितों की शवयात्रा को ऊंची जाति के लोगों ने रोका जिससे बहस छिड़ गई और ऊंची जाति वालों ने मृतका के बेटे की पिटाई कर दी. पुलिस ने मामले को लेकर 12 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है.
अहमदाबादः गुजरात के पंचमहल जिले में दलितों के ऊपर अत्याचार से जुड़ी एक और खबर सामने आई है जिससे साफ होता है सरकारें कितना भी दलितों के उत्थान की बात कर लें लेकिन जब तक लोगों की सोच नहीं बदलती कुछ नहीं बदल सकता. पंचमहल जिले में दलित समुदाय के लोगों ने ऊंची जाति के ऊपर माररपीट का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उन्हें दलित महिला की शवयात्रा को रोका और उसके बेटे के साथ मारपीट की.
मामला पिंगली गांव का हैं. मृतक महिला के 33 वर्षीय बेटे दिनेश सोलंकी ने मामले को लेकर 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. दरअसल शनिवार को ऊंची जाति के लोगों ने पारंपरिक रूट से जा रही शव यात्रा को रोक जिसके कारण दोनों में पक्षों में बहस छिड़ गई और आरोपियों ने मृतक महिला के बेटे की पिटाई कर दी. दिनेश सोलंकी द्वारा कालोल थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट के अनुसार उसकी मां का निधन हार्ट अटैक के चलते हो गया था. शनिवार को वह अपने परिजनों के साथ मां का शव लेकर ऊंची जाति के प्रभुत्व वाले इलाके से निकल रहे थे तभी उन लोगों ने शवयात्रा में जा रहे लोगों का रास्ता रोक दिया.
दिनेश ने बताया कि उन लोगों ने शव को वहां से नहीं निकलने दिया. जिस पर बहस शुरू हो गई और ऊंची जाति वालों ने दिनेश की पिटाई कर दी. मामले पर पंचमहल के एसपी चुड़ासमा का कहना है कि हमें शिकायत मिली थी कि दलितों की शव यात्रा को ऊंची जाति के लोगों ने रोका. उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और महिला का अंतिम संस्कार कराया गया. इस मामले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और आईपीसी के प्रावधानों के तहत 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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