भागलपुर के नाथनगर में शनिवार को भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या पर निकले जुलूस के बाद दो पक्षों में हुई हिंसक झड़प में 60 लोग घायल हो गए थे, इस मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.अश्विनी चौबे
पटना. भागलपुर में सांप्रदायिक तनाव भड़काने के मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. अर्जित शाश्वत पर बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की रैली के दौरान भागलपुर शहर में दंगा भड़काने का आरोप लगा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस रैली में शामिल लोग कथित तौर पर उकसाने वाले नारे लगा रहे थे. ये रैली मुस्लिम बहुल इलाकों से निकाली गई थी.
वहीं इस घटना के बाद केंद्र सरकार में मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि मुझे बेटे पर गर्व है. हिंदू नववर्ष की पूर्व संध्या पर इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय नववर्ष जागरण समिति की ओर से किया गया था. झड़प नाथनगर पुलिस स्टेशन की मेदिनी चौक पर हुई. बताया जा रहा है कि दो दिन पहले अर्जित ने अपने समर्थकों के साथ नाथनगर से मोटरसाइकिल जुलूस निकाला था. जैसे ही यह जुलूस अल्पसंख्यक समुदाय के मोहल्ले से गुजरा तो जुलूस में शामिल लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए. इसके बाद खास अल्पसंख्यक समुदाय ने भी प्रतिक्रिया में नारे लगाए.
वहीं इस मामले में ललमटिया चौकी इंचार्ज संजीव कुमार की नाथनगर में ड्यूटी लगी थी. उन्होंने आशंका जताई कि जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने ‘भड़काऊ’ नारे लगाए, जिसकी वजह से हिंसा भड़की. अर्जित शाश्वत ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया.