निजी चैनल पर एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने राजपूतों को लेकर विवादित बयान दिया था. मंगलवार को जयपुर में वकील और सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह शेखावत ने अख्तर के खिलाफ शिकायत की और उन पर केस दर्ज कराया. शिकायतकर्ता शेखावत का कहना है कि जावेद अख्तर ने बयान में राजपूत समाज का अपमान किया है.
जयपुरः मशहूर गीतकार जावेद अख्तर की मुश्किलें अब बढ़ सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को जावेद अख्तर के खिलाफ जयपुर के वकील प्रताप सिंह शेखावत ने सिंधी कैंप थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है. शेखावत ने अपनी शिकायत में बताया कि वह राजपूत समाज से हैं और वकील होने के साथ-साथ एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं. 20 नवंबर को अखबारों में छपी खबर के अनुसार उन्होंने ‘पद्मावती’ फिल्म को लेकर जावेद अख्तर का बयान पढ़ा था. जावेद अख्तर ने बयान में राजपूत समाज का अपमान किया है और उनका बयान समाज में विभिन्न जाति और समुदायों के बीच शत्रुता बढ़ाने वाला है. लिहाजा उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153 क,ख,ग और 295 क, 298, 504, 505 के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए. पुलिस ने जावेद अख्तर के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
‘पद्मावती’ फिल्म को लेकर घमासान जारी है. इस मुद्दे ने देखते ही देखते कब राजनीति का चोला ओढ़ लिया, पता ही नहीं चला. राजपूत करणी सेना और अन्य राजपूत संगठन लगातार फिल्म का विरोध कर रहे हैं. फिल्म के बढ़ते विरोध को देखते हुए निर्माता कंपनी ने ‘पद्मावती’ की रिलीज डेट को टाल दिया. ‘पद्मावती’ को लेकर मंत्रियों और नेताओं के बयान अभी भी जारी हैं. गीतकार जावेद अख्तर ने हाल में एक निजी चैनल पर इंटरव्यू दिया था. आरोप है कि इस इंटरव्यू में उन्होंने राजपूत समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
जावेद अख्तर ने कहा था, ‘ये जो राजस्थान के राजा-महाराजा हैं. वे 200 साल तक अंग्रेजों के दरबार में पगड़ी बांधकर खड़े रहे और उन्हें सलाम करते रहे तब उनकी राजपूती कहां थी? ये राजा ही इसलिए बने क्योंकि इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी. ये राजा-महाराजा अपने सम्मान की बात न करें क्योंकि मैं केवल सड़क पर चलने वाले आम राजपूत की बात सुनने को तैयार हूं लेकिन इनकी नहीं क्योंकि ये तो अंग्रेजों के आदमी हैं. पिछले हजार सालों से राजपूतों ने कोई जंग नहीं लड़ी है.’ जावेद अख्तर के बयान से राजपूत समाज में काफी आक्रोश है.
जावेद अख्तर के विवादित बयान के खिलाफ राजस्थान के कई शहरों में प्रदर्शन किया गया. कई जगहों पर उनके पुतले भी फूंके गए. बता दें कि संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ की शूटिंग से विवाद जारी है. राजपूत समाज का आरोप है कि भंसाली इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं. भंसाली ने फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच रोमांस दिखाया है, जबकि इतिहास के मुताबिक रानी पद्मिनी कभी अलाउद्दीन खिलजी से मिली ही नहीं. राजपूत समाज के आरोप पर संजय भंसाली ने सफाई पेश करते हुए एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने पद्मावती और खिलजी के बीच रोमांटिक सीन होने की बात का खंडन किया.
यूपी में जावेद हबीब के सैलून में तोड़फोड़, विज्ञापन में हिंदू देवी-देवाताओं के अपमान का आरोप