Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे सातवीं बार बजट पेश करेंगी। भारत में सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम पर है लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में ऐसे भी वित्त मंत्री भी रह चुके हैं जो फाइनेंस मिनिस्टर रहने के बाद भी […]
Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे सातवीं बार बजट पेश करेंगी। भारत में सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम पर है लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में ऐसे भी वित्त मंत्री भी रह चुके हैं जो फाइनेंस मिनिस्टर रहने के बाद भी बजट नहीं पेश कर सके। इसमें पहला नाम केसी नियोगी और दूसरा नाम एच एन बहुगुणा का है। आइये जानते हैं कि आखिर किन वजहों से ये बजट नहीं पेश कर पाए थे…
भारत के पूर्व वित्त मंत्री क्षितिश चंद्र नियोगी 1948 में वित्त मंत्री बने। ये महज 35 दिन ही फाइनेंस मिनिस्टर रह पाए थे। प्रथम वित्त मंत्री आरके शणमुखम शेट्टी की जगह लेने वाले KC Niyogi ने 35 दिन में इस्तीफा दे दिया था। जॉन मिथाइ वित्त मंत्री बने थे। कम अवधि तक मंत्रालय संभालने की वजह से वो बजट नहीं कर पाए थे। इस लिस्ट में एच एन बहुगुणा का नाम भी शामिल हैं। हेमवती नंदन बहुगुणा का कार्यकाल साढ़े 5 महीने का था। 1979 में इंदिरा गांधी की सरकार में वो वित्त मंत्री बने थे लेकिन बजट नहीं पेश कर पाए।
पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने रिकॉर्ड 10 बार बजट पेश किया है। इसके बाद पी चिदंबरम(9), प्रणब मुखर्जी (8), यशवंत सिन्हा(8) और मनमोहन सिंह(6) बार बजट पेश कर चुके हैं। निर्मला सीतारमण आज सातवीं बार बजट पेश करेंगी।
पहला बजट ब्रिटेन में पेश किया गया था। भारत में अंग्रेजों ने ही सबसे पहले बजट पेश किया था। 7 अप्रैल, 1860 को स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विल्सन ने भारत का पहला बजट पेश किया था। जेम्स विल्सन भारतीय बजट के पितामह कहे जाते हैं। स्वतंत्र भारत का पहला बजट 26 नवंबर, 1947 को पेश किया था, यह एक अंतरिम बजट था। भारत के पहले वित्त मंत्री आर के षणमुखम चेट्टी थे।
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