राफेल डील पर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रही है. वित्त मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद पहली बार अरुण जेटली ने एक इंटरव्यू में राफेल डील पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घोटाले के आरोपों पर जवाब दिया. इतना ही नहीं, फेसबुक के माध्यम से जेटली ने राहुल से 15 सवाल भी पूछ डाले.
नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार कथित राफेल घोटाले को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर हैं. मॉनसून सत्र के दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और विपक्षी दलों के कई सांसदों ने संसद परिसर में घोटाले की जांच के लिए JPC का गठन किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्सन भी किया था. अब इस मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि राफेल डील को लेकर राहुल लगातार झूठ बोल रहे हैं.
अरुण जेटली ने सोशल मीडिया के माध्यम से राहुल गांधी पर 15 सवाल भी दागे हैं. जेटली ने एक इंटरव्यू में कहा कि राफेल एयरक्राफ्ट की कीमतों पर कांग्रेस अलग-अलग बयान दे रही है. जेटली ने कहा, ‘राहुल गांधी ने अप्रैल में दिल्ली में और मई में कर्नाटक में एक राफेल विमान की कीमत 700 करोड़ रुपये होने की बात कही थी. संसद में राहुल ने इसे घटाकर 520 करोड़ रुपये कर दिया. रायपुर में बोलते हुए राहुल ने इसे 540 करोड़ रुपये प्रति विमान कर दिया. कांग्रेस खुद कन्फ्यूज है.’
जेटली ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी 2007 में हुई राफेल डील को लेकर खुद अपने अलग-अलग जगह दिए गए भाषणों में 7 तरह के दाम बता चुके हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि 2007 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार द्वारा किए गए करार की अपेक्षा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार द्वारा 2015-2016 में जो 36 राफेल विमान खरीदने के लिए डील हुई थी उसमें विमान की कीमत पहले के मुकाबले कहीं बेहतर है. विमान की कीमत 9 फीसदी कम है. क्या कांग्रेस को इसकी जरा भी जानकारी है?
अरुण जेटली ने कांग्रेस से सवाल पूछा, ‘क्या राफेल डील में देरी के कारण भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर शंका नहीं पैदा हुई. क्या राहुल गांधी को फैक्ट्स की जानकारी नहीं है. सच सिर्फ एक होता है, लेकिन झूठ के कई चेहरे होते हैं.’ बुधवार को अरुण जेटली ने फेसबुक के माध्यम से राहुल गांधी से इसी मुद्दे पर 15 सवाल भी किए हैं. उन्होंने पूछा, ‘मैं ये सवाल इसलिए कर रहा हूं क्योंकि उनके (राहुल गांधी) दुस्साहस से राष्ट्रीय हित प्रभावित हो रहे हैं और मुझे यकीन है कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी तत्काल इनका जवाब देंगी.’
जेटली ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘राफेल विवाद पूरी तरह से झूठ की बुनियाद पर टिका हुआ है. सभी पार्टियों और उनके जिम्मेदार नेताओं से ये उम्मीद की जाती है कि वह रक्षा सौदों से जुड़ी सार्वजनिक बहस में कूदने से पहले खुद को सभी तथ्यों से अवगत रखेंगे. राफेल डील के बारे में कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे झूठ पर आधारित दकियानूसी कैंपेन से दो सरकारों के बीच हुए करार पर जोखिम के बादल छा रहे हैं. साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर जोखिम पैदा हो रहे हैं.’
जेटली ने कांग्रेस और राहुल गांधी को इस मामले में तीन तरह से दोषी बताया. उन्होंने कहा कि पहला सौदे में एक दशक से अधिक की देरी कर राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़, दूसरा कीमत एवं प्रक्रिया के बारे में झूठ फैलाना और तीसरा इस तरह के मुद्दे उठाकर रक्षा खरीद को टालना शामिल है. जेटली ने कहा, ‘ये कहने की जरूरत नहीं कि मैं विमान सौदे के करार के गोपनीयता के नियमों से बंधा हुआ हूं और मुझसे जो कुछ भी पूछा जाएगा वह सब उसी दायरे में होगा. सत्य का एक ही स्वरूप होता है जबकि झूठ के कई संस्करण होते हैं.’