गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) के एक साल पूरा होने पर रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस पर अपने विचार रखें. पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आया है. अरुण जेटली ने कहा, 'हम 28 फीसदी वाले स्लैब में आने वाले उत्पादों को निचले स्लैब में लाने की तैयारी कर रहे हैं.' जीएसटी को लेकर पीयूष गोयल का कहना है कि व्यापारी खासकर युवा व्यापारी सकारात्मक दृष्टिकोण से इसे देख और समझ रहे हैं.
नई दिल्लीः गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी जीएसटी का एक साल पूरा होने पर आज केंद्र सरकार इसका जश्न मना रही है. मोदी सरकार में मंत्री इसकी उपलब्धियों का बखान कर रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने जहां जीएसटी के एक साल पूरा होने पर कहा कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आया है तो वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसका लागू होना जरूरी था क्योंकि पहले देश की जटिल टैक्स प्रणाली की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था.
वित्त मंत्री जेटली ने कहा, ‘पहले भारत में अगर कोई व्यापार करता था तो उसे 17 तरह के टैक्स देने होते थे. इतना ही नहीं, कुछ जगह तो टैक्स पर भी टैक्स देना होता था. भारतीय बाजार उतार-चढ़ाव वाला बाजार है और ऐसे में इस तरह की टैक्स प्रणाली से कारोबारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. इसे (जीएसटी) लागू करना भी अपने आप में एक बड़ी बात है क्योंकि इस तरह के बदलाव में सुधार तब तक संभव नहीं है जब तक आपके पीछे मजबूत नेतृत्व न हो.’
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि इससे पहले यूपीए के दौरान राज्यों को सेंट्रल सेल्स टैक्स (सीएसटी) को खत्म करने के लिए कहा गया था और केंद्र सरकार इसकी क्षतिपूर्ति नहीं करती थी. इसकी वजह से केंद्र और राज्यों के बीच अविश्वास पैदा हो गया था. पिछली सरकार द्वारा पहले संशोधन में पेट्रोलियम उत्पादों को स्थायी रूप से जीएसटी से बाहर रखा था. हमने जीएसटी में सकारात्मक बदलाव को लेकर जीएसटी काउंसिल की 27 बैठकें कीं. जिसका नतीजा आज सबके सामने है.
I congratulate the people of India on the special occasion of GST completing 1 year.
A vibrant example of cooperative federalism and a ‘Team India’ spirit, GST has brought a positive change in the Indian economy. #GSTForNewIndia https://t.co/PvZKtl2YIE
— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2018
जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद की मीटिंग्स में सर्वसम्मति से सभी निर्णय लिए गए. वर्तमान में हम 28 फीसदी वाले स्लैब में आने वाले उत्पादों को निचले स्लैब में लाने की तैयारी कर रहे हैं. हम टैक्स की इस संरचना को भी तर्कसंगत बनाने की प्रक्रिया पर ध्यान दे रहे हैं. वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता होने के बावजूद हमने प्रत्यक्ष कर में 18 फीसदी की बढ़ोतरी देखी. एडवांस टैक्स में ये बढ़ोतरी 44 फीसदी रही तो कॉरपोरेट टैक्स में 17 प्रतिशत.
GST has brought growth, simplicity and transparency. It is:
Boosting formalisation.
Enhancing productivity.
Furthering ‘Ease of Doing Business.’
Benefitting small and medium enterprises. #GSTForNewIndia pic.twitter.com/IGGwUm59rB
— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2018
वित्त मंत्री ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा कि टैक्स की दरों को कम करने के बावजूद राजस्व में बढ़ोतरी हुई है. बढ़े हुए राजस्व के साथ ही टैक्स बेस बढ़ गया है. अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में यह टैक्स प्रणाली को तर्कसंगत बनाने के लिए काफी बेहतर बदलाव है. जीएसटी के एक साल पूरा होने पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत पहला देश बन गया है जहां जीएसटी को इतने व्यापक रूप से लागू किया गया हो.
केंद्रीय मंत्री गोयल ने आगे कहा कि जीएसटी को लागू करने को लेकर युवा वर्ग खासा उत्साहित है. युवा व्यापारी सकारात्मक दृष्टिकोण से इसे देख और समझ रहे हैं. जीएसटी लागू होने के बाद हमने कुछ दिक्कतें भी महसूस कीं, जिनका हम तत्काल निस्तारण भी कर रहे हैं. जीएसटी लागू होने के बाद व्यापार में पारदर्शिता जरूर देखने को मिल रही है. कारोबारी जीएसटी को सीधा और सरल टैक्स बता रहे हैं. केंद्र सरकार व्यापारी वर्ग को जटिल टैक्स सिस्टम से मुक्ति दिलाने में कामयाब रही.