पीथमपुर में भोपाल गैस कांड के कचरे को लेकर लोगों में धीरे-धीरे विरोध और ज्यादा तेज हो गया है। आज पुरा पीथमपुर बंद है। इसके अलावा हजारों की तादाद में लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने लोगों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज भी शुरू कर दिया है।
नई दिल्ली: पीथमपुर में भोपाल गैस कांड के कचरे को लेकर लोगों में धीरे-धीरे विरोध और ज्यादा तेज हो गया है। आज पुरा पीथमपुर बंद है। इसके अलावा हजारों की तादाद में लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने लोगों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज भी शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं कचरा जलाने के विरोध में पीथमपुर में प्रदर्शन के बीच दो युवकों ने आत्मदाह की भी कोशिश की। फिलहाल पुलिस स्थिति को संभालने का प्रयास कर रही है।
जानकारी के अनुसार भोपाल से लाए गए यूनियन कार्बाइड के कचरा का विरोध धार जिले के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में बढ़ता जा रहा है। इसके विरोध में आज पीथमपुर बंद का भी ऐलान कर दिया गया है। पीथमपुर बंद को व्यापक समर्थन मिला रहा है। पीथमपुर निवासी राजू पटेल और राजकुमार रघुवंशी ने इस विरोध प्रदर्शन में खुद के शरीर पर पेट्रोल डाल लिया और आग लगा ली। उन्हें पहले पीथमपुर के सामुदायिक केंद्र में तुरंत इलाज के लिए भेजा गया। इसके बाद उन्हें इंदौर के निजी अस्पताल में एम्बुलैंस के जरिए लाया गया और भर्ती किया गया। दोनों युवकों को आत्मदाह के बाद आंदोलनकारी और भड़क गए। उन्होंने रामकी कंपनी की तरफ जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने लाठियां चलाकर भीड़ को तितर-बितर किया।
बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने धनगड, बस स्टैंड और आजाद चौक पर पहुंचकर सड़कें जाम करने का प्रयास किया था, परंतु वहां मौजूद कुछ पुलिस अधिकारियों से समर्थकों की झड़प हुई। इसके बाद पुलिस ने पीथमपुर बंद के समर्थकों पर लठियां चलाईं, हल्का बल प्रयोग कर उन्हें समझाकर वापस रवाना किया। इस विरोध का कारण शुक्रवार सुबह से ही पीथमपुर के बाजार बंद हैं और वहां के निवासियों ने चाय पानी की दुकानें बंद रखकर पीथमपुर बंद को समर्थन दिया है। यहां छोटी-छोटी दुकानें भी बंद हैं। हालांकि, औद्योगिक क्षेत्र में कारखाने चालू हैं और मजदूरों व कर्मचारियों को आवागमन में कोई बाधा नहीं हो रही है। क्षेत्र में बसों का संचालन भी हो रहा है और पर्याप्त पुलिस बल को क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है।
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