नई दिल्ली: पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और उसके पति आलोक मौर्य का मामला इन दिनों चर्चा में है। जिसे लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की अलग अलग प्रतिक्रिया भी सामने आ रही हैं। वहीं इस प्रकरण में जनपद के बछवल गांव का नाम भी शामिल हो चुका है। इस मामले में ज्योति मौर्य के ससुर मुरारी मौर्य का कहना है कि कम से कम उसे अपने बच्चों का ख्याल करना चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि उसकी इस हरकत के बाद वह अब किसी बहू को नहीं पढ़ाएंगे। बता दें पीसीएस अधिकारी ज्योति के पति आलोक मौर्य बछवल गांव के रहने वाले हैं। लेकिन अब वह प्रयागराज में रहते हैं और उनके पिता मुरारी मौर्य गांव में ही रहते हैं। दरअसल साल 2010 में आलोक मौर्य की शादी वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र के चिरई गांव की ज्योति मौर्य से हुई थी।
वहीं दोनों की शादी के बाद कई सालों तक रिश्ते अच्छे से चलते रहे। बताया जा रहा है कि काफी मेहनत और लगन से पढ़ाई करने के बाद ज्योति मौर्य का चयन शिक्षक पद पर हुआ, लेकिन ज्योति पीसीएस अधिकारी बनने का सपना पाले हुए थी। जिस सपने को आखिरकार उन्होंने साल 2016 में पूरा किया।
लेकिन हाल ही में ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य द्वारा उस पर लगाए गए आरोप के बाद दोनों सुर्खियों में बने हुए हैं। इस मामले में आलोक मौर्य के पिता मुरारी मौर्य और ग्रामीणों से बात की गई तो सभी ने विवाद की बेहद निंदा की।
आलोक के पिता का कहना है कि ज्योति का यह निर्णय बहुत ही गलत है। उसके पास 2 बच्चे हैं उसे कम से कम उनके भविष्य के बारे में सोचकर ही निर्णय लेना चाहिए। वहीं आलोक के गांव के लोगों का कहना है कि आलोक मौर्य और उनके पिता ने बहुत मेहनत से ज्योति को यहां तक पहुंचाया है। लोगों ने आगे कहा कि अगर यह लोग नहीं होते तो ज्योति यहां तक नहीं पहुंच पाती और ना ही कभी अपने सपने को पूरा कर पाती। वहीं आलोक मौर्य के पिता का कहना है कि जब बहू ने पीसीएस की परीक्षा पास की तो हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो गया था।
मैंने सोचा था कि सभी बहुओं को पढ़ा-लिखाकर जिम्मेदार बनाऊंगा, लेकिन ज्योति ने तो सारे अरमानों पर पानी फेर दिया। ज्योति मौर्य के पिता पारसनाथ मौर्य द्वारा मीडिया को दिखाए जा रहे शादी के कार्ड के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस शादी के कार्ड की चर्चा ज्योति के पिता पारसनाथ मीडिया में कर रहे हैं, वह कार्ड आलोक ने नहीं बल्कि खुद ज्योति के परिवारवालों ने छपवाया था और उसे बांटा भी था।
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