नई दिल्ली: सोमवार को शून्यकाल के दौरान सभी क्षत्रों के सांसदों ने अपने क्षेत्र की समस्या सुनाई. संसद के चालू बजट सत्र के दौरान सांसदों ने सरकार का ध्यान अपनी क्षेत्र की समस्याओं पर खींचा और लोकसभा में समाधान की अपील की.इसी बीच उत्तर प्रदेश से भाजपा के एक सांसद ने बेहद भावुक तरीके से […]
नई दिल्ली: सोमवार को शून्यकाल के दौरान सभी क्षत्रों के सांसदों ने अपने क्षेत्र की समस्या सुनाई. संसद के चालू बजट सत्र के दौरान सांसदों ने सरकार का ध्यान अपनी क्षेत्र की समस्याओं पर खींचा और लोकसभा में समाधान की अपील की.इसी बीच उत्तर प्रदेश से भाजपा के एक सांसद ने बेहद भावुक तरीके से अपने क्षेत्र में पानी की टंकी ना लगवा पाने की समस्या सामने रखी.
यह सांसद उत्तर प्रदेश से लेकर केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी से आते हैं जिन्होंने संसद में हर घर नल से जल पहुंचाने की योजना पर सवाल खड़े किए हैं. सलेमपुर संसदीय सीट से बीजेपी के सांसद रवींद्र कुशवाहा ने लोकसभा में अपना दर्द बयां किया है. अपना दर्द बयां करते हुए उन्होंने कहा कि मैं दो बार से सांसद हूं. मेरे पिताजी चार बार इस सदन के सदस्य रहे हैं. लेकिन इसके बाद भी मैं अपने घर के सामने पिछले 20 सालों में बनकर तैयार हुई पानी की टंकी को चालू नहीं करवा पा रहा हूं.
वह आगे कहते हैं कि पिछले 20 साल से पानी टंकी मेरे घर के ठीक सामने तैयार है लेकिन इससे आज तक एक बूंद पानी सप्लाई हो पाया है. सरकार की ओर से हर घर तक नल से जल पहुंचाने के लिए पानी टंकी का निर्माण तो करवा दिया गया, लेकिन इसका निर्माण कराने के बाद इसके संचालन के लिए नगर पंचायत, ग्राम पंचायतों को हैंडओवर कर दिया जाता है जिससे समस्या बड़ी हो जाती है.
बीजेपी सांसद ने बताया कि इन पानी टंकियों को चलाने के लिए ग्राम पंचायतों और नगर निकायों के पास कुशल स्टाफ नहीं है. सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए वह आगे कहते हैं कि पानी टंकी बनाने के बाद इनका संचालन भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो प्रधानमंत्री की जो हर घर तक नल से जल पहुंचाने की सोच है, वह अधूरी रह जाएगी। बता दें, ‘हर घर तक नल से जल’ योजना की गिनती योजनाओं में की जाती है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता सूची में ऊपर हैं. अब केंद्र सरकार की इस योजना को लेकर खुद भाजपा के ही सांसद ने सवाल उठा दिया है.
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