Ghulam Nabi Azad Resigns: श्रीनगर। वरिष्ठ नेता गुलाम आज़ाद के कांग्रेस से इस्तीफे पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इंदिरा गांधी जी के वक्त से ये (गुलाम नबी आज़ाद) इनर कैबिनेट के मेम्बर थे। आज भी सोनिया गांधी के बहुत करीब थे। बड़ा अफसोस है मुझे कि ऐसा क्या हो गया […]
श्रीनगर। वरिष्ठ नेता गुलाम आज़ाद के कांग्रेस से इस्तीफे पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इंदिरा गांधी जी के वक्त से ये (गुलाम नबी आज़ाद) इनर कैबिनेट के मेम्बर थे। आज भी सोनिया गांधी के बहुत करीब थे। बड़ा अफसोस है मुझे कि ऐसा क्या हो गया कि उन्हें इतना बड़ा फैसला लेना पड़ा है।
गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर कांग्रेस पार्टी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि हमने (गुलाम नबी) आजाद साहब का (इस्तीफे का) पत्र देखा। दुख की बात है कि उन्होंने ऐसे समय में कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया जब कांग्रेस देश भर में बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी, ध्रुवीकरण की लड़ाई लड़ने जा रही है।दुख की बात है कि वे इस लड़ाई में हिस्सा नहीं बन रहे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में मीडिया से बात करेत हए कहा कि आजाद के द्वारा जो भी टिप्पणियां की गई हैं वो उचित नहीं है। मैं खुद सदमे में हूं कि एक व्यक्ति जिसे 42 साल पार्टी ने सब कुछ दिया है। आज वो ऐसे संदेश दे रहा है। जो मेरे समझ के परे हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके और मेरे लिखे गए (इस्तीफे) पत्र में काफी समानता हैं। सबको पता है कि राहुल गांधी अपरिपक्व और अप्रत्याशित नेता है। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने अब तक बस अपने बेटे को ही आगे बढ़ाने का काम किया है जो अब तक विफल रहा है।
हिमंता ने आगे कहा कि जो नेता पार्टी के लिए वफ़ादार थे वह पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। मैंने 2015 में ही कहा था कि कांग्रेस में सिर्फ गांधी रह जाएंगे। राहुल गांधी भाजपा के लिए वरदान हैं। जब लोग राहुल गांधी से हमारे नेताओं की तुलना करते हैं तो वैसे ही हम आगे हो जाते हैं।
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