Farmers Protest: चंडीगढ़, दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में आम आदमी पार्टी ने किसानों को खुलकर समर्थन देने का ऐलान किया था और पंजाब में कांग्रेस सरकार को किसानों की अनदेखी के लिए जमकर कोसा था. लेकिन अब जब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आ गई है तो यहीं किसान अब AAP […]
चंडीगढ़, दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में आम आदमी पार्टी ने किसानों को खुलकर समर्थन देने का ऐलान किया था और पंजाब में कांग्रेस सरकार को किसानों की अनदेखी के लिए जमकर कोसा था. लेकिन अब जब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आ गई है तो यहीं किसान अब AAP सरकार की परेशानी बढ़ा रहे है।
भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) के बैनर तल किसानों ने मुक्तसर में भगवंत सरकार के खिलाफ हल्लाबोल दिया है. सैकड़ो की संख्या में किसानों ने अनिश्चतकाल के लिए धरने पर बैठ गए है. उनकी मांग है कि किसानों पर लाठीचार्ज का आदेश देने वाले डीएम पर सख्त कार्रवाई की जाए।
बता दे कि पिंक बॉलवॉर्म की वजह से हुए फसलों के नुकसान के मुआवजे के लिए किसानों ने लांबी में धरना दिया था. जानकारी के मुताबिक राजस्व अधिकारियों के साथ कुछ किसानों की झड़प हो गई थी. जिसके बाद पुलिस ने 9 किसान नेताओं सहित 150 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. इसके बाद किसानों ने एफआईआर वापस लेने की मांग को लेकर लांबी हाइवे को जाम कर दिया था.
पुलिस द्वारा दर्ज किए केस में बनाए गए एक आरोपी ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने हाइवे खाली करने के लिए किसानों को कहा लेकिन वो नहीं माने, जिसके बाद पुलिस ने लाठियां बरसानी शुरू कर दी. अब इसी लाठीचार्ज के विरोध में किसानों भगवंत सरकार के खिलाफ धरना दे रहे है।